उत्तराखंडचारधामयात्रा-पर्यटन

Big Breaking: बदरीनाथ में महाराज का आश्रम कराया बंद

ई-पास के विरोध में पुरी में होटल, लॉज, व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद

  • जनसभा में प्रदेश सरकार की नीतियों पर उठे तीखे सवाल, जुलूस में लगे नारे


शिखर हिमालय डेस्क
बदरीनाथ। बद्रीश संघर्ष समिति के बैनर पर चारधाम यात्रा के लिए ई-पास की अनिवार्यता के विरोध में शनिवार को बदरीनाथ धाम में अभूतपूर्व बंद नजर आया। आक्रोशित लोगों ने पुरी में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान बदरीनाथ हाईवे पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के आश्रम को भी भीड़ ने बंद कराया गया।

शनिवार को बद्रीश संघर्ष समिति के आह्वान पर बदरीनाथ में सभी होटल, लॉज, व्यापारिक प्रतिष्ठान और धर्मशालाएं सुबह से ही बंद रखे गए हैं। इस दौरान साकेत तिराहा पर जुटी भारी भीड़ ने जुलूस की शक्ल में समूचे पूरी क्षेत्र का चक्रमण किया। जुलूस के दौरान सरकार, पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री, क्षेत्रीय विधायक के विरोध में जमकर नारेबाजी हुई।

जुलूस के आईएसबीटी के समीप पहुंचने पर जब लोगों ने सतपाल महाराज के आश्रम को खुला देखा तो उनका गुस्सा भड़क गया। उन्होंने प्रबंधकों से तुरंत आश्रम को बंद करने को कहा। इसके बाद जुलूस वापस साकेत तिराहा लौटकर जनसभा में तब्दील हो गया।

जनसभा में स्थानीय नागरिकों का कहना है कि देशभर के लाखों श्रद्धालु दर्शनों के लिए आना चाहते हैं, लेकिन सरकार कोर्ट के फैसेले की आड़ में ई-पास की व्यवस्था कर उन्हें रोक रही है। कोर्ट ने कोविड गाइडलाइन के अनुसार यात्रा को संचालित करने को कहा था और सरकार ने संख्या निर्धारित कर श्रद्धालुओं के साथ ही स्थानीय लोगो के हितों को भी दरकिनार कर दिया है।

समिति अध्यक्ष राजेश मेहता ने कहा कि धाम के कपाट बंद होने में एक महीने का समय शेष है। कोरोनाकाल में पीड़ित स्थानीय लोग रोजगार की आस में यहां पहुंचे हैं। सरकार को अविलंब ई-पास की व्यवस्था को रद्द करना होगा। अन्यथा आंदोलन को और तेज किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

उधर, बंद के दौरान यहां पहुंच रहे श्रद्धालुओं ने भी लोगों से रास्तेभर अपनी परेशानियों को साझा किया। साथ ही स्थानीय लोगों के समर्थन में सरकार से ई-पास की व्यवस्था को वापस लेने की मांग की।

प्रदर्शन में व्यापार सभा अध्यक्ष विनोद नवानी, पंडा पंचायत अध्यक्ष प्रवीण ध्यानी, नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष बलदेव मेहता, डॉ. जमुना रैवानी, गुणानंद कोटियाल, विनोद डिमरी, मंजीत भंडारी, विपुल डिमरी, नंदन टोडरिया, आलोक मेहता, योगेश भंडारी, प्रवेश मेहता आदि शामिल थे।

उधर, समाचार लिखे जाने तक बदरीनाथ में साकेत तिराहे पर जनसभा जारी है।

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