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प्रकृति प्रेमियों के लिए कल से खुल जाएगी ‘फूलों की घाटी’

अक्टूबर तक कर सकेंगे इस विश्व धरोहर का दीदार, ऑफलाइन मिलेगी प्रवेश की अनुमति

Vally Of Flowers: समुद्रतल से 12995 फीट (3962 मीटर) की ऊंचाई पर स्थित विश्व धरोहर (World Heritage) फूलों की घाटी (Vally Of Flowers) एक जून (कल) से सैलानियों के लिए खुल जाएगी। नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 87.5 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली घाटी नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व फॉरेस्ट में मौजूद है।

फूलों की घाटी अक्टूबर माह तक पर्यटकों के लिए खुली रहेगी। पूरी घाटी दुर्लभ और विदेशी हिमालयी वनस्पतियों से समृद्ध है। यहां फूलों की 300 से अधिक प्रजातियां हैं। जिनमें एनीमोन, जेरेनियम, प्राइमुलस, ब्लू पोस्पी और ब्लूबेल शामिल हैं। लेकिन यहां देखने के लिए सबसे खूबसूरत फूल ब्रह्मकमल है, जिसे उत्तराखंड का राज्य फूल भी कहा जाता है।

बता दें कि फूलों की घाटी एक ब्रिटिश पर्वतारोही और एक वनस्पतिशास्त्री फ्रैंक एस स्मिथ की खोज थी। उन्होंने सन् 1931 में इस क्षेत्र को ट्रैकिंग के दौरान देखा था। फूलों की घाटी को वर्ष 2005 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया।

घाटी में सत्रह किलोमीटर लंबा ट्रैक है, जो 10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित घांघरिया से शुरू होता है। जोशीमठ से आगे बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गोविंदघाट से ट्रैक के जरिए घांघरिया और फिर फूलों की घाटी तक पहुंचा जा सकता है। घाटी में प्रवेश के लिए नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की अनुमति मिलती है।

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर का कहना है कि फूलों की घाटी जैव विविधता का अनुपम खजाना है। हिमालय की गोद में बसी प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्वविख्यात फूलों की घाटी एक जून से पर्यटकों के लिए खोल दी जाएगी। प्रकृति प्रेमियों और साहसिक गतिविधियों के शौकीन के लिए फूलों की घाटी पसंदीदा जगहों में से एक है। घाटी में आने वाले पर्यटकों का स्वागत करने के लिए राज्य पूरी तरह से तैयार है।

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