
Harak Singh Rawat: उत्तराखंड में हरक सिंह रावत फिर से मीडिया की सुर्खियों में हैं। अटकलें लग रही हैं इसबार उनकी नाराजगी कुछ बड़ा ‘खेला’ रच सकती है। यह सब ऐसे वक्त में हो रहा है जब भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के नाम करीब-करीब फाइनल स्टेज में हैं। अगर वाकई हरक सिंह कयासों के मुताबिक पाला बदलते हैं, तो यह दोनों ही दलों के सियासी गणित में बड़ा उलटफेर भी हो सकता है।
एक दिन पहले भाजपा कोर कमेटी की बैठक में मौजूद नहीं होने के बाद से कयास लग रहे थे, कि हरक सिंह रावत की नाराजगी बरकरार है। उनके इस बयान की ‘किसी ने उन्हें कोर कमेटी मीटिंग की किसी ने सूचना नहीं दी’ से यह बात और पुख्ता होती दिखी कि सब कुछ ठीक नहीं है। जबकि बीजेपी के आला नेता सब ठीक होने का दावा कर रहे हैं।
आज जैसे ही हरक सिंह रावत के दिल्ली के लिए उड़ान भरने की खबर वायरल हुई। मीडिया फिर से अटकलों से खेलने लगी। मीडिया रिपोर्ट्स में यहां तक बताया गया कि उन्हें तो पसंदीदा जगह से टिकट मिल रहा है, लेकिन उनकी बहू अनुकृति गुसाईं के टिकट पर अभी भी पेंच फंसा हुआ है।
यह भी कि अगर हरक सिंह रावत ने पाला बदला, तो उनके साथ कुछ और नाम भी उनके हमकदम हो सकते हैं। हालांकि अब यह बात भी सामने आ रही है कि हरक सिंह रावत दिल्ली नहीं गए हैं। बावजूद वह आने वाले दिनों में कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
उत्तराखंड की सियासत को जानने वाले एक बात जरूर कहते हैं, कि हरक सिंह रावत के बारे में कोई भी भविष्यवाणी आसान नहीं। कारण, कई दशकों के राजनीतिक सफर में ‘हरक’ हमेशा बेहद चौंकाने वाले फैसले लेते रहे हैं। जिसका शायद ही कभी कोई पूर्वानुमान लगा पाया। लिहाजा, उनके अगले मूवमेंट के बारे में भी ऐसा ही मानकर चला जाए तो शायद गलत नहीं होगा। तब अगर कुछ बचता है, तो वह है सिर्फ इंतजार, उनके अगले स्टैप का।