Uttarakhand Politics: आखिर तय हो गया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) चंपावत विधानसभा (Champawat Assembly) सीट से ही उपचुनाव (By-Election) के रण में उतरेंगे। उनके लिए चंपावत से भाजपा विधायक कैलाश चंद्र गहतोड़ी (BJP MLA Kailash Chandra Gahtodi) ने अपने पूर्व ऐलान के मुताबिक विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी (Speaker Ritu Bhushan Khanduri) को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा सौंप दिया है।
बीते कई दिनों में देहरादून से दिल्ली तक भारतीय जनता पार्टी में तमाम विमर्श के बाद गुरुवार को चंपावत के विधायक कैलाश चंद्र गहतोड़ी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और अन्य पार्टी नेताओं के यमुना कालोनी स्थिति विस अध्यक्ष ऋतु खंडूरी के आवास पर पहुंचे। जिसके बाद स्पीकर ने उनका त्यागपत्र स्वीकार किए जाने की विधिवत घोषणा की।
विस अध्यक्ष को त्यागपत्र सौंपने के बाद गहतोड़ी ने कहा कि मैंने यह कदम चंपावत के विकास के लिए उठाया है। मुख्यमंत्री के चंपावत से चुने जाने से क्षेत्र का चहुंमुखी विकास हो पाएगा। स्पीकर को त्यागपत्र सौंपने से पहले गहतोड़ी ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को सीट खाली करने का प्रस्ताव सौंपा था।
बहुमत के बावजूद सिटिंग सीएम पुष्कर सिंह धामी के हारने के बावजूद पार्टी हाईकमान ने उनपर भरोसा जताया। इससे पहले ही चंपावत विधायक कैलाश गहतोड़ी ने धामी के लिए सीट खाली करने का प्रस्ताव किया था। हालांकि धामी के लिए पांच अन्य बीजेपी विधायकों के अलावा एक निर्दलीय विधायक ने भी अपनी सीट छोड़ने की बात कही थी। अब गहतोड़ी के इस्तीफे बाद तय हो गया कि धामी चंपावत से ही चुनाव मैदान में उतरेंगे।
2 बार कांग्रेस, 3 बार बीजेपी के पास रही सीट
चंपावत विधानसभा सीट पर अब तक हुए पांच चुनावों में दो बार कांग्रेस और तीन बार बीजेपी ने जीत दर्ज की। गहतोड़ी यहां से लगातार दो बार से विधायक बने हैं। इससे पहले 2002 में कांग्रेस के हिमेश खर्कवाल, 2007 में भाजपा से बीना महाराना, 2012 में फिर खर्कवाल और उसके बाद 2017 व 2022 में कैलाश चंद्र गहतोड़ी को विजय मिली।
कांग्रेस भी दमखम से मुकाबले को तैयार
उत्तराखंड कांग्रेस (Uttarakhand Congress) के नवोदित प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा (Karan Mahara) ने चंपावत एमएलए कैलाश चंद्र गहतोड़ी के त्यागपत्र और सीएम धामी के इसी सीट से चुनाव मैदान में उतरने की संभावनाओं पर धामी को कड़ा मुकाबला देने की बात कही है। यहां तक कि उन्होंने खटीमा जैसी जीत को चंपावत में भी दोहराने का दावा किया है। माहरा के अनुसार पार्टी उपचुनाव में भी जनमुद्दों के साथ उतरेगी।