Badrinath: अब मंदिर में नहीं गूंजेंगी वेद ऋचाएं
पंच पूजा के तीसरे दिन खडग पुस्तक की पूजा के बाद वेद पुस्तकें की गई बंद

बदरीनाथ। शीतकाल के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट बंदी की प्रक्रिया के तहत पंच पूजाओं के तीसरे दिन खडग पुस्तक की पूजा शुरू हुई। इसके बाद शाम से मंदिर में वेद पुस्तकों और वेद ऋचाओं का वाचन बंद हो गया है।
बृहस्पतिवार को पंच पूजा प्रक्रिया के तीसरे दिन सुबह रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी और धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल समेत वेदपाठी रविंद्र भट्ट ने खडग पुस्तक पूजा की। इसके बाद वेद पुस्तकों को बंद कर दिया गया है। अब बदरीनाथ धाम में आगामी वर्ष कपाट खुलने के बाद ही मंदिर में वेद ऋचाओं का वाचन शुरू होगा।
बता दें कि बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 18 नवंबर को बंद होंगे। मंगलवार से पंच पूजाएं शुरू हो गई थी। 17 नंवबर कल माता लक्ष्मी की पूजा शुरू की जाएगी। 18 नवंबर को रावल स्त्री वेश धरकर माता लक्ष्मी को गर्भगृह में विराजित करेंगे।
इस अवसर पर मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय, उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, जगमोहन बर्त्वाल, संतोष तिवारी, मीडिया प्रभारी डॉ.हरीश गौड़, केदार सिंह रावत, संजय थपलियाल, राजेंद्र पुरोहित, कुलानंद पंत, हरेंद्र कोठारी, सतीश मैखुरी आदि मौजूद रहे।