ऋषिकेश। रायवाला क्षेत्र में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना के बाद अब नवजात बच्ची को गोद लेने के लिए दंपत्तियों की लाइन लग गई है। अब तक डिप्टी कलेक्टर को दर्जनभर अर्जियां मिल चुकी हैं।
दो दिन पहले एक निर्दयी मां अपने कलेजे के टुकड़े को आधी रात नेपालीफार्म के समीप जंगल किनारे झाड़ियों में फेंक गई थी। गनीमत रही कि सूचना पर पुलिसकर्मियों ने नवजात को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती नवजात की स्थिति बेहतर बताई जा रही है। बच्ची की निगरानी अस्पताल प्रशासन के साथ चाइल्ड वैलफेयर कमेटी सीडब्ल्यूसी कर रही है।
कौन थी वो निर्दयी मां?
नेपालीफार्म के नजदीक झाड़ियों में मिली नवजात बच्ची की मां का पता दो दिन बाद भी नहीं लगा है। पुलिस ने ऋषिकेश के तमाम प्रसव केंद्रों में जन्मे बच्चों से जुड़ी जानकारियां खंगाली। सुराग न मिलने पर पुलिस ने अब आसपास के जिलों के प्रसव केंद्रों का डाटा जुटाने की बात कही है। रायवाला थानाध्यक्ष अमरजीत सिंह रावत ने मामले में जल्द कामयाबी मिलने का दावा किया है।
सीएआरए पर करें अप्लाईः एसडीएम
एसडीएम डा. अपूर्वा सिंह के मुताबिक बच्ची को गोद लेने के लिए कई लोग अर्जी लेकर पहुंच चुके हैं, लेकिन गोद लेने की प्रक्रिया अलग है। बताया कि इसके लिए सेंट्रल अडोप्शन रिर्सोस अथोरिटी (सीएआरए) पर ऑनलाइन अप्लाई करने की सलाह दी जा रही है। गोद लेने के लिए वही निर्धारित एजेंसी है। एसडीएम डा. अपूर्वा सिंह भी बीते सोमवार को नवजात बच्ची का हाल जानने के लिए सरकारी अस्पताल पहुंची थीं। उन्होंने चिकित्सकों को बच्ची के स्वास्थ्य को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए थे।