Rishikesh: 26 नवंबर से सामुहिक आमरण अनशन संभव
अंकिता केस को लेकर सरोजनी का अनशन तीसरे दिन भी जारी

Ankita Bhandari Case: ऋषिकेश। अंकिता भंडारी मामले को लेकर संघर्षरत युवा न्याय संघर्ष समिति को आंदोलन 42वें दिन भी जारी रहा। समिति की सदस्य सरोजनी थपलियाल का अनशन तीसरे दिन भी जारी रहा। समिति ने हाईकोर्ट के निर्णय से संतुष्टि नहीं होने की स्थिति में 26 नवंबर से सामुहिक आमरण अनशन शुरू करने का ऐलान किया है।
हरिद्वार मार्ग स्थित कोयलघाटी में धरनास्थल पर मनसादेवी महिला जन कल्याण समिति की अध्यक्ष उषा भंडारी, वरिष्ठ कांग्रेसी राजेंद्र कोठारी, विनोद रतूड़ी, संतोषी चौहान और कुसुम जोशी आठवें दिन क्रमिक अनशन पर बैठे। इस दौरान चर्चा के बाद समिति अध्यक्ष संजय सिलस्वाल ने बताया कि संघर्ष समिति के संयोजक मंडल ने चर्चा के बाद आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया है। बताया कि यदि 26 नवंबर को न्यायालय के फैसले पर संतुष्टि नहीं हुई तो समिति सामूहिक आमरण अनशन पर बैठेगी।
इसबीच कोटद्वार से आंदोलन के समर्थन देने पहुंचे समाजसेवी विनोद सामंत ने आरोप लगाया कि इस हत्याकांड के पीछे दोषियों को बचाने का काम किया जा रहा है। कहा कि आंदोलन को आखिरी दम तक जारी रखा जाएगा।
आज धरने पर राजेन्द्र गैरौला, जया कुमारी डोभाल, लक्ष्मी कठैत, रामेशवरी चौहान, लक्ष्मी बुड़ाकोटी, चंद्रकांता जोशी, सूरज कुकरेती, सरस्वती नेगी, शीला ध्यानी, विक्रम भंडारी, अमित शर्मा, सचिन शर्मा, सुरेंद्र नेगी, संदीप भट्ट, सरोजनी देवी, संतोषी देवी, शीला देवी, उषा भंडारी, अरविंद हटवाल, जयेंद्र रमोला, हरि सिंह नेगी, रविंद्र प्रकाश भारद्वाज, जीएस रावत, राधा रमोला, गौरव राणा, पूनम नेगी, मधुरानी, पुष्पा चौहान, कुसुम कैंतुरा, रजनी भंडारी, राशि चौहान, रोशनी खरोला, कमला पोखरियाल, सुंदरी डंगवाल, अशोक शर्मा, हरिराम वर्मा, कमलेश शर्मा, यदुनाथ शर्मा, आशुतोष डंगवाल आदि बैठे।