
ऋषिकेश (शिखर हिमालय)। कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने उनके साथ कांग्रेस नेताओं पर पर दर्ज मुकदमें के पीछे की सच्चाई का खुलासा किया। रमोला ने कहा कि हम पर मुकदमा दर्ज करने के पीछे सत्ता पक्ष के लोगों का हाथ है। रमोला इस मामले में क्षेत्रीय विधायक का हाथ होने की संभावना भी जताई।
गुरुवार को हरिद्वार रोड स्थित एक होटल में एआईसीसी सदस्य जयेन्द्र रमोला और महानगर कांग्रेस के कांग्रेसजनों ने प्रेसवार्ता की। इस दौरान रमोला ने बताया कि कुछ माह से उनके साथ कांग्रेस नेताओं पर सरकार के दवाब में बेबुनियाद मुक़दमे दर्ज किए जा रहे हैं। पूर्व में बिजली के पोलों पर प्रचार सामग्री को लेकर यूपीसीएल द्वारा ऋषिकेश और रायवाला में मुक़दमा दर्ज कराया गया। फिर एक और केस आईडीपीएल चौकी में दर्ज हुआ।
बताया कि अब अल्पसंख्यक आयोग द्वारा एक ऐसे मामले में मुझे फंसाया गया है जिसे माननीय न्यायालय खारिज कर चुका है। कहा कि इस मामले में आयोग ने मेरा पक्ष सुने बिना एक अपराधिक छवि के व्यक्ति की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। इससे आयोग की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न लगता है। संभव है कि इस विषय में आयोग सही जानकारी ही नहीं दी गई हो, अथवा किसी दबाव में ऐसा किया गया हो।
रमोला ने इस मामले में सत्ता पक्ष पर भी आरोप लगाया। कहा कि इसमें सत्ता पक्ष के साथ ही क्षेत्रीय विधायक का हाथ है। इसके पीछे राजनीतिक कारण भी संभव हैं। मगर, मैं अन्याय के खिलाफ बिना डरे हमेशा खड़ा रहूंगा। वार्ता के दौरान रमोला ने अपने और परिवार के उत्पीड़न की आशंका भी व्यक्त की। कहा कि वह आयोग के अध्यक्ष से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे।
प्रेस वार्ता में महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत, कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर राय, कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग के प्रदेश महासचिव दीपक जाटव, पूर्व प्रदेश सचिव अरविन्द जैन, विमला रावत, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरोज देवराडी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप जैन, प्रदीप सचिव विजयपाल रावत, प्रदेश सचिव मनोज गुसाईं, महानगर अध्यक्ष युवा कांग्रेस जितेन्द्र पाल पाठी, पूर्व प्रदेश सचिव युवा कांग्रेस जगजीत सिंह जग्गी, प्रिंस सक्सेना, मनोज त्यागी, वीर सिंह नेगी, राजेश शाह, चतर सिंह बर्त्वाल, धर्मेंद्र गुलियाल आदि मौजूद थे।