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Rishikesh: आदिगुरु शंकराचार्य जयंती पर नगर में निकली शोभायात्रा

ऋषिकेश। भगवान आदिगुरु शंकराचार्य की जयंती पर त्रिवेणीघाट गंगातट पर पादुका पूजन के बाद नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। किया गया। शोभायात्रा का नगर में कई स्थानों पर स्वागत किया गया। समापन पर दंडीवाड़ा आश्रम में संतों और वक्ताओं ने सनातन संस्कृति के लिए आदिगुरु के योगदान पर प्रकाश डाला।

रविवार को मायाकुंड स्थित स्वामी शंकराचार्य माधवाश्रम समाधि संस्थान जनार्दन आश्रम दंडीवाडा द्वारा आदिगुरु शंकराचार्य की जयंती धूमधाम से मनाई गई। शोभायात्रा में संत-महात्माओं, गणमान्य लोगों, मातृशक्ति और संस्कृत विद्यालयों के छात्रों व शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। शोभायात्रा नगर भ्रमण के बाद वापस दंडीवाड़ा आश्रम पहुंची।

आश्रम में आयोजित समारोह के दौरान दंडी स्वामी अनिरुद्धानंद तीर्थ ने कहा कि सनातन धर्म पर जब आक्रांताओं का आक्रमण हुआ, तब आदिगुरु शंकराचार्य ने देश की चारों दिशाओं चार मठों की स्थापना कर सनातन धर्मियों को एक किया। कहा कि उसी परम्परा ब्रह्मलीन ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम ने आगे बढाया।

इस अवसर पर समारोह में शामिल कैविनेट मंत्री सुबोध उनियाल, प्रेमचन्द अग्रवाल, महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास, स्वामी ईश्वर दास, ंहत शिवानंद गिरी, स्वामी वागीश स्वरूप, स्वामी कल्याण स्वरूप, स्वामी अच्युतानंद, महंत मनोज प्रपन्नाचार्य, महंत जगदीश प्रपन्नाचार्य, स्वामी अखंडानन्द, प्रो. महेश चन्द्र सिलोडी, डॉ. प्रकाश चमोली, स्वामी प्रकाशानंद, डॉ. राजेश नैथानी ने आदिगुरु शंकराचार्य का स्मरण किया।

मौके पर शंकराचार्य आश्रम के प्रबंधक केशव स्वरूप ब्रह्मचारी, आचार्य जितेन्द्र भट्ट, ट्रस्टी संजय शास्त्री, शैलेन्द्र मिश्रा, एलपी पुरोहित, मनोज नोटियाल, डॉ. जनार्दन कैरवान, बंशीधर पोखरियाल, रमाबल्लभ भट्ट, आशाराम व्यास, घनश्याम नौटियाल, गजेंद्र कंडियाल, प्रबोध उनियाल, सुभाष डोभाल, नवीन भट्ट, सुरेन्द्र भट्ट, विजय जुगलान, विनायक भट्ट, जगमोहन मिश्रा, शिव प्रसाद सेमवाल, मणिराम पैन्यूली, सौरभ सेमवाल, शिवस्वरूप नौटियाल, पुरुषोत्तम कोठारी, रीना शर्मा, शिवकुमार गौतम, दिनेश सती, डॉ. जितेंद्र गैरोला, सुरेश पंत, भानु उनियाल, महेश चमोली, महावीर सिलस्वाल, अमित कोठारी, डॉ. विनोद कोठारी, चेतन शर्मा, हिमांशु विजल्वाण, इंद्रा आर्या, पुष्पा ध्यानी आदि मौजूद थे।

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