इधर यात्रा से स्टे हटा, उधर घनघनाने लगी फोन की घंटियां
परिवहन कंपनियों को आने लगी हैं यात्रियों की कॉल, तारीख का इंतजार

शिखर हिमालय डेस्क
ऋषिकेश। नैनीताल हाईकोर्ट ने सशर्त चारधाम यात्रा संचालन की अनुमति देते ही निजी परिवहन कारोबारियों व्यवसायियों को भी राहत मिली है। इस निर्णय के बाद संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के पदाधिकारियों के फोन की घंटियां भी घनघनाने लगी हैं। हालांकि, अभी सरकार की तरफ से यात्रा शुरू करने की तारीख का इंतजार है।
कोरोना महामारी के चलते कुछ लोगों की याचिका पर नैनीताल हाईकोर्ट ने चारधाम यात्रा के संचालन पर रोक लगा दी थी। जिसके चलते यात्रा पर निर्भर निजी परिवहन व्यवसाय भी पूरी तरह से चौपट हो गया था। गुरुवार को उच्च न्यायालय की ओर से कुछ शर्तों के साथ यात्रा संचालन की अनुमति देने से कारोबारियों के चेहरे पर खुशी लौटी है।
संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष मनोज ध्यानी का कहना है कि भले ही अब कोरोना काल में हुए घाटे की पूरी भरपाई इस अनुमति के बाद भी मुश्किल है, लेकिन इस फैसले का परिवहन व्यवसायियों को काफी हद तक लाभ जरूर होगा।
उन्होंने बताया कि सितंबर में चारधाम यात्रा से रोक हटने की उम्मीद में कई यात्री हरिद्वार आ गए थे। वह तब से हरिद्वार में ही रुके हुए हैं। उन्हें भी अब सरकार की तारीख का इंतजार है। बताया कि उधर, यात्रा से रोक हटने की खबर लगते ही राजस्थान, आंध्रप्रदेश और यूपी समेत कई राज्यों से यात्रा खुलने को लेकर यात्रियों के फोन कॉल्स भी आने लगे हैं। हालांकि यात्रा शुरू होने को लेकर अभी सरकार की निर्णय का इंतजार है।