हरिद्वार। गुलदार को मुर्गी का लालच महंगा पड़ा। ऐसा ही एक मामला जनपद धनौरी क्षेत्र के जसवावाला गांव में सामने आया। काफी दिनों से दहशत का पर्याय बना एक गुलदार आज पिंजरें में फंस गया। वन विभाग की टीम मौके से गुलदार को कब्जे में लेकर चिड़ियापुर के जंगल ले गई।
जसवावाला गांव में महीनेभर से गुलदार की सक्रियता के कारण ग्रामीण अपने रोजमर्रा के कामकाज के लिए भी बाहर नहीं निकल पा रहे थे। हरवक्त खौफ के बीच रह रहे ग्रामीणों ने वन विभाग से शिकायत कर गुलदार से निजात दिलाने की मांग उठाई। जिसके बाद विभाग ने गांव करीब 20 दिन पहले पिंजरा लगाया। इसके बाद भी गुलदार वनविभाग के हाथ नहीं आया।
इसके बाद वनकर्मियों ने गुलदार को लालच देने के लिए पिंजरे में एक मुर्गी रख दी। हालांकि इसके बाद भी आज सुबह तक गुलदार पास नहीं फटका। वनविभाग की टीम पिंजरा खाली देखकर वापस लौट गई थी। कुछ समय बाद ग्रामीणों की नजर पिंजरे पर पड़ी, जिसमें गुलदार फंसा हुआ था। उन्होंने विभाग को सूचना दी।
सूचना के बाद वनकर्मियों की टीम ने मौके पर पहुंच कर पिंजरे में कैद गुलदार को चिड़ियापुर के जंगल में ले गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। उन्होंने वन विभाग का शुक्रिया भी अदा किया। इस दौरान गुलदार को देखने के लिए पूरा गांव मौके पर जुट गया था।