उत्तरकाशी। जोशीमठ, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ के बाद अब उत्तरकाशी जिले की जमीन भी भूकंप से डोल गई। तीसरे दिन जिले में दोपहर करीब 3.31 बजे भूकंप का झटका महसूस किया गया। इसका केंद्र सतह से 10 किलोमीटर की गहराई पर बताया जा रहा है। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 2.5 रही है। हल्की क्षमता का झटका होने के चलते कहीं से किसी नुकसान की सूचना नहीं है। हालांकि राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भूकंप के झटकों का लगातार आना अधिक तीव्रता वाले भूकंप का संकेत भी हो सकता है। ऐसे में आमजन को अधिक सावधान रहने की जरूरत होगी।
20 सितंबर को जनपद पिथौरागढ़ में भारत नेपाल सीमा पर शाम चार बजे के आसपास भूकंप का झटका महसूस किया गया है। जिसकी तीव्रता 3.5 थी। इसका केंद्र नेपाल के दारचूला बताया गया। जबकि 11 सितंबर को जोशीमठ में 4.6 की तीव्रता का, 19 सितंबर को रुद्रप्रयाग में 3.3 की तीव्रता का भूकंप आया। 19 सितंबर को ही पडोसी राज्य हिमाचल में झटके महसूस किए गए। हालांकि कम तीव्रता वाले झटकों के कारण कहीं से नुकसान की खबर नहीं है, बावजूद इसके उत्तराखंड की धरती में बार-बार भूकंप की कंपन से लोगों में दहशत है।