Mangal Gochar: इन राशियों का ‘अमंगल’ अब होगा ‘मंगलकारी’
16 अक्टूबर के दिन मंगल ग्रह का वृष राशि से मिथुन राशि में होगा प्रवेश

Mangal Ka Rashi Parivrtan: ज्योतिषशास्त्र में मंगल ग्रह मनुष्य के जीवन में एक अहम भूमिका निभाता है। इसे आक्रमक और क्रोध का कारक भी माना गया है। मंगल क्रिया और ऊर्जा को दर्शाने वाला ग्रह कहा जाता है। सौरमंडल में इस ग्रह का राशि परिवर्तन जातकों की सभी 12 राशियों पर अपना प्रभाव डालता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल गोचर कुछ को बेहद लाभकारी तो कुछ को हानिकारक भी सिद्ध होता है।
ज्योतिष विज्ञान में यह भी बताया गया है कि जिन जातकों की जन्मकुंडली में मंगल ग्रह कमजोर रहता है उनके स्वभाव में क्रोध और आक्रमकता देखी जाती है। जबकि अनुकूल स्थिति वाले जातकों में साहस, पराक्रम और ऊर्जा का तालमेल दृष्टिगोचर होता है।
मंगल ग्रह को मेष और वृश्चित राशियों का स्वामी कहा जाता है। जो कि मकर राशि में उच्च का होने पर शुभकारी होता हैं वर्तमान में मंगल वृष राशि में विद्यमान है। 16 अक्टूबर रविवार के दिन मंगल का मिथुन राशि में प्रवेश होगा। जो कि सामान्यतः सभी राशियों को प्रभावित करेगा। किंतु, तीन प्रमुख राशियों के लिए मंगल का यह गोचर विशेष फलदायी बताया जा रहा है। इनमें मिथुन, कर्क और सिंह राशि शामिल हैं।
मिथुन राशि : मिथुन राशि मं ही मंगल का प्रवेश (गोचर) होने से इसे इस राशि के जातकों के लिए बेहद लाभकारी माना जा रहा है। नौकरी और व्यापार से जुड़े जातकों को इस गोचर से आर्थिक लाभ मिल सकता है। इन्हें हर क्षेत्र में प्रशंसा और सफलता मिलने के योग हैं।
कर्क राशि : कर्क राशि के लिए भी मंगल ग्रह के राशि परिवर्तन के अच्छे संकेत हैं। इस राशि के जातकों को उनके करियर और व्यापार में कामयाबी मिलने की पूरी संभावना है। ऐसे जातकों को नई नौकरी, कार्यक्षेत्र में उच्चाधिकारी का सहयोग भी मिल सकता है। निवेश की दृष्टि से भी मंगल के गोचर को शुभ माना जा रहा है।
सिंह राशि : सिंह राशि के जातकों को मंगल ग्रह का 16 अक्टूबर को हो रहा गोचर भाग्यशाली बना सकता है। इस अवधि में समस्याओं का समाधान होगा, परिवार की मुश्किलें भी हल होंगी, रुके काम बनेंगे। यानि कि ऐसे जातक जिस भी कार्यक्षेत्र में हैं उन्हें सफलता मिलेगी।