उत्तराखंडऋषिकेश

राजभवन के रास्ते में हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारी

प्रदर्शनकारियों में 5 लोग ऐसे जो सात दिनों से हैं आमरण अनशन पर

Ankita Bhandari Case: देहरादून/ऋषिकेश। अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच और वीआईपी के नाम का खुलासा करने की मांग को लेकर राजभवन और सीएम आवास पर धरने को पहुंचे। जिन्हें पुलिस ने राजभवन के बाहर ही रोक कर हिरासत में लिया। इसबीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी कैंट थाने पहुंचकर प्रदर्शनकारियों के धरने में शामिल हुए। हिरासत में लिए जाने के दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ खासी झडप हुई। प्रदर्शनकारियों में पांच लोग ऐसे हैं जिनके आमरण अनशन का शनिवार को सातवां दिन था।

ऋषिकेश में युवा न्याय संघर्ष समिति के बैनर पर 52 दिनों से आंदोलन जारी है। 17 दिनों से बेमियादी अनशन भी चल रहा है। जिसके तीसरे चरण में पांच लोगों का अनशन का आज सातवों दिन है। शनिवार सुबह पांचों अनशनकारी जयेंद्र रमोला, जितेंद्र पाल पाठी, संजय सिलस्वाल, यशवंत सिंह रावत और सूरज कुकरेती अन्य आंदोलनकारियों के साथ राजभवन और सीएम आवास पर धरने को निकले।

राजभवन की ओर जाने की सूचना मिलने पर पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक कर हिरासत में लिया। इस दौरान उनकी पुलिस के साथ तीखी झड़पें हुई। पुलिस अनशनकारियों के साथ सभी प्रदर्शनकारियों को कैंट थाना लेकर आई। इसबीच सूचना पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी थाने पहुंचे। जहां सभी ने धरना देना शुरू कर दिया। माहरा ने सरकार पर अंकिता की हत्या के दोषियों को बचाने का आरोप लगाया।

उधर, अनशनकारी जयेंद्र रमोला का कहना था कि जब सरकार ने 51 दिनों में प्रदर्शनकारियों की आवाज नहीं सुनी, तो वह शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को लेकर राजभवन जाना चाहते थे। लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोक कर उनके साथ बुरा बर्ताव किया।

बताया जा रहा है कि अनशनकारियों को शनिवार शाम ऋषिकेश लाकर एम्स में भर्ती कराया गया है। उधर, देहरादून में साथियों को हिरासत में लिए जाने की खबर के बाद कोयलघाटी में धरने पर बैठे आंदोलनकारियों में खासा रोष दिखाई दिया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button