
रात में गांव में कुत्तों के जोरों से भौकने की आवाजें सुनी और घर के बाहर एक छोर पर देखा, तो एक जंगली भालू गोशाला के टिनशेड को उखाड़ने का प्रयास कर रहा है। तुरंत खिड़की की ओट से उसका वीडियो शूट करना शुरू किया। भालू ने टिनशेड को तोड़ने की हरसंभव कोशिश की। हालांकि वह उसमें कामयाब नहीं हुआ तो वापस लौट गया। लेकिन इसबीच उसपर कुत्तों के भौकने और झटपने की कोशिशें भी जारी थी।
यह भले ही भालु का एक वीडियो वायरल हुआ है, लेकिन उत्तराखंड के गांवों में इनदिनों यही सिलसिला जारी है। भालू न सिर्फ गांवों में धमक रहे हैं, बल्कि मवेशियों और लोगों पर हमले के साथ ही काश्तकारों की फसलों को भी चौपट करने से नहीं चूक रहे। जिसके चलते गांवों में लोगों का बाहर निकलना दूभर होता जा रहा है। लोग दिन ढलते ही घरों में दुबकने को मजबूर हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल 2 मिनट 27 सेंकड का यह वीडियो रुद्रप्रयाग जिले में केदारघाटी के बष्टी गांव का बताया जा रहा है। वीडियो में भालू घर के आंगन से सटी गोशाला के टिन उखाड़ने की लगातार कोशिश करता दिख रहा है। इसबीच उसपर कुत्ते झपटने का प्रयास करते हैं, लेकिन वह बेपरवाह अपने काम जुटा रहता है। जिसका घर के किसी सदस्य ने खिड़की की ओट से उसका वीडियो शूट किया।
भालुओं की दहशत में जीने के लिए मजबूर पहाड़ के ग्रामीणों की सुध न वन विभाग ले रहा है, और सरकार की तरफ से जंगली जानवरों के हमलों को रोकने के लिए कोई प्रयास किए जा रहे हैं। बताते हैं कि अकेले रुद्रप्रयाग जनपद में ही धनपुर, बच्छणस्यूं, रानीगढ़, भरदार, सिलगढ, बांगर पट्टी के साथ केदारघाटी के गांवों में भालू का आतंक मचा हुआ है।
वीडियो के वायरल होने पर जो भी इसे देख रहा है, रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं। इससे गांवों में जंगली जानवरों के हमलों का अनुमान और दहशत का अनुमान भी लग रहा है। स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि बार-बार सूचना के बाद भी वन विभाग कोई कदम नहीं उठा रहा। जिसके कारण लोगों में रोष पनप रहा है।