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हादसाः एवलांच की चपेट में आने से निम के 9 ट्रेनी पर्वतारोहियों की मौत

उत्तरकाशी के द्रोपदी का डांडा-2 की घटना, बर्फवारी के कारण रेस्क्यू अभियान रुका

• रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दिए वायुसेना को निर्देश, मुख्यमंत्री ने की सुरक्षित होने की प्रार्थना

Avalanche: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के अंतर्गत द्रोपदी का डांडा-2 (Draupadi Ka Danda-2) में नेहरु पर्वतारोहण संस्थान (NIM) के दल के हिस्खलन (Avalanche) की चपेट में आने से 9 ट्रैनी पर्वतारोहियों की मौत की खबर है। जबकि 20 के अभी भी फंसे होने की जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि रेस्क्यू के दौरान क्षेत्र में भारी हिमपात के चलते अभियान को फिलहाल रोक दिया गया है।

मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार मंगलवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे राज्य आपदा कंट्रोल रूम को उत्तरकाशी जनपद में स्थित द्रोपदी के डांडा-2 में एवलांच के चलते निम के पर्वतारोहियों के दल के फंसने की सूचना मिली। जिसके बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इसबीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने भी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) को जानकारी देने के साथ ही सेना की मदद का आग्रह भी किया। बताया जा रहा है कि राजनाथ सिंह ने राहत और बचाव के लिए वायुसेना को निर्देश जारी कर दिए हैं।

जानकारी के अनुसार प्रशिक्षण के लिए द्रोपदी का डांडा गया निम का दल मंगलवार को वापस लौट रहा था। इसबीच अचानक हिमस्खलन के चलते कई ट्रेनी प्रशिक्षार्थी क्रेवास (ग्लेशियर के बीच की दरार) में फंस गए। सूचना पर निम के राहत और बचाव दल ने तत्काल रेस्क्यू शुरू किया। वहीं सूचना पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की टीमें भी राहत व बचाव के लिए जुट गई।

रेस्क्यू में 8 ट्रेनी के निकाले गया। हालांकि इसबीच 9 प्रशिक्षार्थियों की मृत्यु की भी खबर है। बताया जा रहा है कि एवलांच में अभी भी 20 प्रशिक्षार्थी फंसे हुए हैं। उन्हें निकालने के भी हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि क्षेत्र में भारी बर्फवारी के कारण रेस्क्यू अभियान रोकने की खबर में मीडिया में आई है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी के सुरक्षित होने की प्रार्थना की है। साथ ही राहत और बचाव के लिए सभी तरह के प्रयासों की बात भी कही है।

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