
Uttarakhand Election 2022: देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को देहरादून पहुंचकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में उत्तराखंडी स्वाभिमान प्रतिज्ञा पत्र (Mainfesto) जारी किया। जिसमें बिजली, पानी, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित कई चुनावी मुद्दे शामिल हैं। वहीं उन्होंने आज कैनाल रोड स्थित एक पार्क में 70 विधानसभा क्षेत्रों में वर्चुअल रैली को भी संबोधित किया।
घोषणापत्र में कमजोर परिवारों की मदद के लिए और जिन्होंने सबसे ज्यादा कोरोना की मार झेली है, उनके लिए सालाना 40,000 रुपये की मदद देने की बात कही गई है। स्वास्थ्य सेवाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने और उसके लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करने वायदा किया गया है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि, इस घोषणा पत्र को प्रतिज्ञा पत्र इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इसका मतलब है कि इसमें लिखी एक-एक बात को पूरा किया जाएगा। प्रियंका गांधी ने भगवान केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री मां के आह्वान के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की।
उन्होंने कहा कि, उनका देवभूमि से बेहद पुराना रिश्ता रहा है। उनके पिता, वो और उनके भाई राहुल और अब उनके बेटे भी यहीं देहरादून के दून स्कूल में पढ़े हैं। वो यहां की आबोहवा से बखूबी वाकिफ हैं। यहां के लोगों से उनका हमेशा से जुड़ाव रहा है, लेकिन आज यहां आकर देवभूमि में जिस तरह की सरकार चल रही है उसे देखकर दुख होता है। लेकिन सबसे बड़ा दुख ये है क्योंकि जिन्होंने बड़े-बड़े वादे किए, प्रदेश ने बड़ी उम्मीदों से देखते हुए जिनका समर्थन किया उन्हीं लोगों ने उस जनता को तोड़ने का काम किया।
प्रियंका ने कहा कि, जहां-जहां भी वो जाती हैं वहां ये स्पष्ट होता है कि पिछले 5 सालों में बीजेपी सरकार ने कोई काम नहीं किया, केवल जनता की उम्मीदें तोड़ी गईं, जो पहले कांग्रेस की सरकार में विकास का काम हुआ वही काम आज भी दिखता है।
प्रियंका ने कहा कि, चुनाव आता है तो बड़ी-बड़ी घोषणाएं फिर से की जाती हैं। उद्घाटन होने शुरू होते हैं और जो प्रोजेक्ट पिछले 5 साल से शुरू नहीं किए गये उनका उद्घाटन किया जाता है ये बताने के लिए कि बहुत बड़ी-बड़ी चीजें की गई हैं। बीजेपी सरकार ने जितना पैसा अपना काम दिखाने के लिए विज्ञापनों में खर्च किया है, उतना अगर सच में काम करते तो आज ये सवाल नहीं उठते।
उन्होंने कहा कि सरकार के पास पैसे हैं, रोजगार के लिए खाली पद भी हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि सरकार की नीयत ही सही नहीं है। अगर ये लोग सच में काम करना चाहते तो कर सकते थे। डबल इंजन की सरकार ने वादे तो बड़े किए लेकिन पेट्रोल-डीजल ही इतना महंगा कर दिया कि इनका खुद का इंजन ठप हो गया।
घोषणा पत्र के कुछ अंश
– महिलाओं को रोजगार में 40 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा
– महिलाओं को सरकारी बसों में निशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी
– पुलिस भर्ती में भी महिलाओं को 40 प्रतिशत आरक्षण की सुविधा दी जाएगी
– आंगनबाड़ी एवं आशा वर्करों का मानदेय डेढ़ गुना बढ़ाया जाएगा
– कोरोना से प्रभावित व्यक्ति/परिवार को सालाना 40000 रुपये दिए जाएंगे
– पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए विशेष नीति बनाई जाएगी