उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में पोस्टल बैलेट प्रकरण ने तूल पकड़ लिया है। निर्वाचन आयोग ने अब रिटर्निंग ऑफिसर्स के जरिए सेना के अधिकारियों से जानकारी तलब की है। जिसके बाद इस मामले में आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उधर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष इस वीडियो का फर्जी बता रहे हैं, तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने तमाम पोस्टल बैलेट की प्रक्रिया पर ही सवाल उठाए हैं।
बता दें कि कुछ दिनों पहले पूर्व सीएम हरीश रावत द्वारा पोस्टल बैलेट से संबंधित एक शॉर्ट वीडियो अपने फेसबुक पोस्ट पर अपलोड किया था। पोस्ट को निर्वाचन आयोग को भी टैग किया गया था। उनके अनुसार यह वीडियो सेना के किसी सेंटर से संबंधित था। जिसमें एक ही कर्मचारी कई पोस्टल बैलेट वोटिंग और सभी के हस्ताक्षर भी कर रहा है।
वीडियो के वायरल होने के बाद कांग्रेस ने इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से की। जिसका संज्ञान लेने के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने सैन्य क्षेत्रों की विधानसभाओं के रिटर्निंग अफसरों से रिपोर्ट मांगी है। जो कि सेना के अधिकारियों से पोस्टल बैलेट की प्रक्रिया पर जानकारी हासिल करेंगे। मामले में मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या का कहना है कि रिपोर्ट मिलने के बाद ही आगे की कार्यवाही पर कुछ कहा जा सकेगा।
उधर, कांग्रेस ने 80 प्लस और दिव्यांग वोटरों को दिए गए पोस्टल बैलेट से मतदान के विकल्प पर भी सवाल उठाए हैं। ऐसे मामलों की लिखित शिकायत की गई है। कांग्रेस के मुताबिक प्रदेश की विधानसभा सीटों में ऐसे कई मतदाताओं की जानकारी प्रत्याशियों को नहीं थी, और उनका वोट भी पड़ गया। आयोग इस मामले की भी जांच कर रहा है।
वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि कांग्रेस फर्जी वीडियो वायरल कर बिना बात का बखेड़ा खड़ा कर रही है। वह पहले भी ईवीएम को लेकर मनगढ़ंत सवाल उठाती रही है।