ऋषिकेशचुनाव

Rishikesh: श्यामपुर की जनसभा में दिखी ‘कनक धनाई’ की ‘सियासी ताकत’

स्थानीय विधायक से 14 नहीं पूछिए 15 सवाल, अब किसका ‘विकास’ रह गयाः दिनेश धनै

• उजपा के केद्रीय अध्यक्ष ने की ऋषिकेश में जनसभा, प्रत्याशी ‘कनक’ के लिए मांगा वोट
• कनक बोले- सड़क खड़ंजा बिछाने और विधायक निधि की बंदरबांट को विकास नहीं कहते…

Rishikesh Assembly Election 2022: ऋषिकेश। उत्तराखंड जनएकता पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै ने कहा कि स्थानीय विधायक से पूछिए कि जब आपने 15 साल विकास किया है, तो अब और कौन से विकास के लिए आप चुनाव मैदान में उतरे हैं? पूछिए कि बीते 15 वर्षों में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए क्या काम किया, जिन्हें पूरा करने के आप फिर से सपने दिखा रहे हैं।

पूर्व काबीना मंत्री दिनेश धनै ने यह बात श्यामपुर में आयोजित उजपा प्रत्याशी कनक धनाई की चुनावी जनसभा में कही। धनै ने क्षेत्रीय पार्टी गठित करने के मकसद पर कहा कि राष्ट्रीय दलों ने उत्तराखंड को हमेशा छला है। आज भी फ्री स्कीमों और झूठे वायदों से भरे घोषणापत्रों के जरिए वह ठगना चाहते हैं। जिसके जवाब के लिए हमने उजपा का गठन किया है। कहा कि जनता को राष्ट्रीय दलों की असलियत को समझना होगा।

स्थानीय विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि दिनेश धनै ने कहा कि उनसे सड़क, शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, एम्स आदि से जुड़े 14 नहीं बल्कि 15वां सवाल भी पूछिए कि वह कौन सा और किसका विकास रह गया जिसे पूरा करने के लिए उन्हें चौथी बार चुनाव लड़ना पड़ रहा है। पूछिए कि कोरोनाकाल में क्या भूमिका रही, जब वर्तमान उजपा प्रत्याशी कनक धनाई ने अपने खर्चे पर एंबुलेंस सेवा शुरू की। एम्स के भ्रष्टाचार पर उन्होंने कितनी बार आंदोलन किया? ऋषिकेश के विकास के लिए कितने सवाल 15 वर्षों में विधानसभा में उठाए?

उन्होंने कहा कि मौजूदा विधायक को बेरोजगारों युवाओं से ज्यादा हमेशा अपने बेटे के रोजगार की रही, जिसे उन्होंने कई बार बैकडोर से नौकरी लगाई। वह तो जनता का दबाव था कि उन्हें बेटे से नौकरी छुड़वानी पड़ी। कहा कि उनसे पूछा जाना चाहिए कि उनकी कोरोनाकाल में क्या भूमिका रही?

दिनेश धनै ने कहा कि मैं कनक को राजनीति में लाने के पक्ष में नहीं था। मगर उसने जनहितों के लिए संघर्ष करने का निर्णय लिया तो रोक भी नहीं सका। कहा कि जब मंत्रियों के बेटे-बेटी ऐश कर रहे हैं, तक कनक सड़कों पर संघर्ष कर रहा है, जनहितों की लड़ाई में जेल जा रहा है, भविष्य के अपने विजन को साकार करने की लड़ाई को जनता के सहयोग से लड़ रहा है। अपील की कि राष्ट्रीय दलों के झांसों में आने की बजाए कनक को समर्थन दीजिए, ऋषिकेश के विकास के लिए यह जरूरी है।

जनसभा में उजपा प्रत्याशी कनक धनै ने अपने घोषणापत्र ‘पांच साल पांच वादे’ के भावी संकल्प को विस्तार से बताया। साथ ही एम्स में व्याप्त भ्रष्टाचार, विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, बिजली, पानी आदि के मौजूदा हालात और 15 साल के नकारोपन की पोल खोलकर सामने रखी। मौजूदा विधायक पर सीधा हमला किया कि सड़क खड़ंजा बिछाने और विधायक निधि की बंदरबाट करने को विकास नहीं कहते। इसके लिए बड़ा विजन चाहिए। जो कि उनके पास है ही नहीं। इसके अलावा उन्होंने बिना नाम लिए अन्य प्रतिद्वंदियों पर भी जमकर निशाने साधे।

कनक धनाई ने कहा कि अब यह मेरी नहीं बल्कि जनता की लड़ाई बन चुकी है, विजय भी उसे दिलानी है, और विजय भी उसे ही है। आह्वान किया कि अगले तीन दिन एकजुट होकर परिवर्तन की इस लड़ाई से जुड़ जाईए और अपने भविष्य की लड़ाई को जीतिए।

इस मौके पर खांडगांव के प्रधान शंकर दयाल धनाई, देवेंद्र दत्त जोशी, सत्या कपरुवान, सवित्री शर्मा, गोविंद सिंह बिष्ट, मिट्ठन सिंह कंडियाल, विनोद सिंह पंवार, सोम अरोड़ा, गुरुमुख, मोहन सिंह रावत, आनंद सिंह बिष्ट, जगदीश नौटियाल, गणेश प्रसाद शास्त्री, सोबन सिंह नेगी, सुनील पंवार, संतोष नेगी, प्रकाश जड़धारी, श्रीकृष्ण अंथवाल, आचार्य विजय, सुरेंद्र सिंह नेगी, सुमन चमोली, गुड्डी पंवार आदि मौजूद रहे।

लोगों में ‘कनक’ के लिए जुनून
ऋषिकेश विधानसभा सीट पर सबसे युवा उत्तराखंड जनएकता पार्टी के प्रत्याशी कनक धनाई की तीन साल के संघर्ष की ताकत आज उनकी जनसभा में दिखी। जनसभा स्थल खचाखच भरा ही नहीं दिखा, बल्कि उनके प्रति लोगों में एक तरह का जुनून नजर आया। जिसके बल पर कनक ने 2022 के चुनाव को जीतने का दावा किया। जनता की तरफ से भी उन्हें जबरदस्त रिस्पॉन्स मिलता दिखा। सबसे खास बात कि इस जनसभा में राष्ट्रीय दलों से नाखुश लोगां की बड़ी तादाद थी, जिसने इसबार परिवर्तन के नारे को पूरे जोश के साथ बुलंद किया।

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