Rishikesh: संघर्ष समिति के धरने का एक महीना पूरा
अंकिता केस और विस बैकडोर भर्ती को लेकर 30वें दिन भी जारी रहा आंदोलन
ऋषिकेश। अंकिता हत्याकांड और विधानसभा बैकडोर भर्ती के दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जारी युवा न्याय संघर्ष समिति का बेमियादी धरने के आज एक महीना पूरा हो गया है। इसबीच महिला प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अब उनकी लड़ाई सरकार और एसआईटी दोनों से है।
हरिद्वार मार्ग स्थित कोयलघाटी तिराहे पर युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना प्रदर्शन 30वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान महिला आंदोलनकारियों का कहना था कि सोशल मीडिया के जरिए इस मुहिम का समर्थन कर रहे लोगों को भी आंदोलन से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। ताकि यह जनांदोलन बन सके। कहा कि अब यह लड़ाई सरकार के अलावा एसआईटी से भी है। आरोप लगाया किएसआईटी ने अंकिता हत्याकांड के दोषियों को बचाने का काम किया है।
उन्होंने अंकिता के मामले में सरकार से न्याय की मांग के साथ ही विधानसभा भर्ती प्रकरण में भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को आवाज उठाई। कहा कि आंदोलन को आखिरी दम तक लड़ा जाएगा।
मौके पर संयोजक उषा चौहान, रामेश्वरी चौहान, लक्ष्मी बुडाकोटि, लक्ष्मी, गुड्डी डबराल, अनिता कुशवाह, भगवती चमोली, सर्वेश्वरी, जया डोभाल, सरोती देवी, युधवीर सिंह चौहान, जयेंद्र रमोला, बीएस नेगी, विनोद रतूड़ी, सुरेंद्र सिंह नेगी, अरविंद हटवाल, शीला ध्यानी, रामकुमार, प्रवीण जाटव, शार्दुल जखमोला, रविन्द्र भारद्वाज, अशुतोष डंगवाल, हरिराम वर्मा, दीपक जाटव, विक्रम भंडारी, गौरव राणा, नवीन देशवाल, देवी प्रसाद व्यास, संजय सिलस्वाल, सूरज विश्नोई, किरन त्यागी, हेमा रावत, सुरेश नेगी, रविन्द्र कौर, स्वरुपी देवी, जानकी देवी आदि मौजूद थे।