ऋषिकेश। नवचेतना विद्यालय के वार्षिकोत्सव में छात्र-छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रमों की छटा बिखेरी। समारोह में विशिष्ट अतिथि सहायक शिक्षा निदेशक डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि विद्यार्थियों से लेकर शिक्षकों तक सभी में उत्साह का जरूरी है। बताया कि संभव हुआ तो नवीन सत्र से विद्यालय में प्राथमिक स्तर पर संस्कृत शिक्षा भी शुरू करने का प्रयास किया जाएगा।
शनिवार को नीमकरोली क्षेत्र स्थित नवचेतना विद्यालय के वार्षिकोत्सव का शुभारंभ सहायक शिक्षा निदेशक डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने किया। कहा कि विद्यार्थियों में पढ़ाई के साथ खेल, संस्कृति, साहित्य और सामाजिक कार्यों को लेकर भी उत्साह होना चाहिए। यहीं भाव शिक्षकों में भी दिखना चाहिए। तब ही शिक्षा को जीवंत बनाया जा सकता है। बताया कि नई शिक्षा नीति में भी आसपास के समाज को जोड़ने, साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को सहेजने का उल्लेख किया गया है।
इस अवसर पर प्रबंधन समिति अध्यक्ष पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक विद्यादत्त रतूड़ी, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, राष्ट्रीय हिंदी परिषद की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कविता भट्ट, भारत तिब्बत सहयोग मंच के प्रांतीय अध्यक्ष अनिल चौधरी, राइंका आईडीपीएल विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष कोमल तोमर ने भी अपने विचार रखे।
वहीं, वरिष्ठ शिक्षक अनूप रावत ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट साझा की। विघालय के प्रबंधक अनिल नवानी ने अतिथियों समेत अभिभावकों और छात्र-छात्राओं को आभार जताया।