करवाचौथः इस दिन विशेष संयोग, ऐसे करें पूजा

ऋषिकेश (शिखर हिमालय)। ज्योतिषाचार्य डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने बताया कि अखंड सौभाग्य का प्रतीक करवाचौथ पर इसबार पांच साल बाद विशिष्ट संयोग बन रहा है। कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर महिलाएं रात्रि में पांच कौर मीठे को ग्रहण कर अपना व्रत तोड़ेंगी तो उन्हें इच्छित फल की प्राप्ति हो सकती है।
घिल्डियाल ने बतया कि इस वर्ष करवाचौथ का पर्व 24 अक्टूबर रविवार के दिन है। महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए और संकटमोचन के लिए करवा चौथ का व्रत रखेंगी। पर्व रविवार के दिन होने से इसका महत्व बढ़ गया है। इस दिन भगवान सूर्य का भी आशीर्वाद रहेगा और साथ में चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृष राशि और प्रिय नक्षत्र रोहिणी में संचरण करेंगे। इसलिए अति विशिष्ट संयोग बन रहा है
वह बताते हैं कि 24 अक्टूबर को प्रातः 3ः00 बजे से कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि प्रारंभ हो जाएगी, जो 25 अक्टूबर को सुबह 5ः43 बजे तक रहेगी। रविवार के दिन उदय व्यापिनी चतुर्थी और चंद्र व्यापिनी भी चतुर्थी होने से इस व्रत का बहुत महत्व बन रहा है। ऐसा विशेष संयोग लगभग 5 वर्ष के बाद आ रहा है।
घिल्डियाल के अनुसार चंद्रोदय का समय सायंकाल 8ः10 पर रहेगा और पूजन का अति विशिष्ट समय सायंकाल 6ः58 से 8ः56 तक रहेगा। महिलाएं इस समय भगवान गणेश, कार्तिकेय, माता पार्वती और भगवान शिव का पूजन करें। चंद्रमा को दूधिया जल से अर्घ्य दें और पति के हाथ से जल ग्रहण कर व्रत का परायण करें। भोजन करते समय पहले 5 कौर मीठा भोजन ले। नमकीन भोजन उसके बाद ही खाएं।
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