
Aims News: ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। संस्थान को यह कामयाबी महज तीन वर्षों में 304 लोगों को जिंदगियां रोशन कर मिली हैं कार्यकारी निदेशक प्रो. डॉ. मीनू सिंह ने इसकी खुले दिल से सराहना की है।
बता दें कि एम्स ऋषिकेश में ऑप्थोमलॉजी विभाग के अंतर्गत 26 अगस्त 2019 को आईबैंक की स्थापना की गई थी। जिसके बाद से अब तक नेत्र कोष में 244 लोगों की मृत्यु के बाद उनके परिजनों ने नेत्र दान कराया। इससे संस्थान को 486 कॉर्निया प्राप्त हुए। इनमें सर्वाधिक 111 लोग ऋषिकेश क्षेत्र के रहे।
यह जानकारी देते हुए विभागाध्यक्ष प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने बताया कि आई बैंक की स्थापना से अब तक 980 लोगों ने नेत्रदान के लिए शपथपत्र भरा है। जबकि 244 लोगों का नेत्रदान कराया है। जिसमें ऋषिकेश क्षेत्र से 111 लोग, हरिद्वार से 55, देहरादून से 20, बिजनौर से 20, टिहरी गढ़वाल से 7, पौड़ी गढ़वाल से 8, सहारनपुर से 10, रुद्रप्रयाग से 3, नैनीताल से 2, कोटद्वार से 2 और उत्तरकाशी, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, मुंबई, उड़ीसा, कलकत्ता क्षेत्र से एक-एक व्यक्ति का नेत्रदान कराया गया।
बताया कि संस्थान के आईबैंक से अब तक 304 लोगों को नेत्रज्योति मिल चुकी है। देश के विभिन्न राज्यों से इच्छुक लोग एम्स में नेत्रदान का संकल्प लेने और कॉर्निया प्रत्यारोपण के लिए पहुंच रहे हैं। यह भी कि संस्थान में कॉर्निया प्रत्यारोपण के लिए सभी विश्वस्तरीय आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. डॉ. मीनू सिंह ने इस उपलब्धि की सराहते हुए कहा कि नेत्रदान कर दूसरों का जीवन रोशन करने के इच्छुक व्यक्ति एम्स आई बैंक में संकल्प पत्र भर सकते हैं।