
Internation Yoga Festival 2024 : ऋषिकेश 18 मार्च 2024 : अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में योग विशेषज्ञ डगलस आत्मानंद रेक्सफोर्ड ने साधकों को अष्टांग योग की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंनेयोग के आठ योगांग यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि पर प्रकाश डाला। बताया कि योग के अष्टांग रूप को महर्षि पतंजलि ने प्रतिपादित किया था।
मुनिकीरेती स्थित जीएववीएन के गंगा रिजॉर्ट में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के चौथे दिन योग विशेषज्ञ डगलस आत्मानंद रेक्सफोर्ड ने कहा कि दुनिया में लोग जो भी कर्म करते हैं उसका एकमात्र लक्ष्य सुख प्राप्ति है। इसी उद्देश्य के लिए हर साल किसी व्यक्ति को नोबल शांति पुरस्कार दिया जाता है। बताया कि महर्षि पतंजलि द्वारा प्रतिपादित अष्टांग योग मन की शांति की प्राप्ति का एक रास्ता है। हर व्यक्ति इससे प्राप्त कर ले तो दुनिया में शांति स्थापित हो सकती है।
इससे पूर्व सुबह के सत्र में साधकों को योगासनों का अभ्यास कराया गया। मेडिटेशन सत्र में स्वामी बोधी वर्तमान ने लाफ्टर योगा का महत्व बताया। बताया कि लाफ्टर योगा शारीरिक और मानसिक कष्टों को दूर करने में कैसे मददगार सकता है।
योग कार्यक्रम के समापन पर आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा कीर्तन की प्रस्तुति दी गई। शाम हो सांध्यकालीन आरती के बाद स्वराज बैंड की टीम ने लाइव परफॉर्मेंस से साधकों को मंत्रमुग्ध किया। मौके पर रॉबर्ट वुफोर्ड, माइकल टेबल, टीम जोन्स, डेनिस लॉन्गर, मार्टिन सिंपून, कान्हा गौर आदि मौजूद रहे।