Uttarakhand: उत्तराखंड की सत्ता में वापसी के बाद और सीएम पुष्कर सिंह धामी की हार के चलते जहां भारतीय जनता पार्टी में नए मुख्यमंत्री को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। वहीं अब विधानसभा अध्यक्ष पद के साथ ही संभावित मंत्रियों के नामों को लेकर भी अटकलों का दौर शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि पार्टी इस बार स्पीकर पर किसी और का नाम तय कर सकती है।
47 सीटों के साथ सत्ता में लौटी भाजपा अब नए स्वरूप में सामने आ सकती है। सीएम की कुर्सी पर कौन बैठेगा, यह भले ही अभी तय नहीं हुआ है। मगर, सियासी हलकों में स्पीकर और मंत्रियों के नामों को लेकर चर्चा चल पड़ी है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष के पद पर इसबार यूपी से लेकर उत्तराखंड में अब तक छह बार विधायक चुने गए और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे वरिष्ठ नेता बिशन सिंह चुफाल के नाम की चर्चा है। निर्वतमान सरकार में भी वह सबसे वरिष्ठ थे। संभावना है कि पार्टी उन्हें स्पीकर के पद पर नवाज सकती है।
निर्वतमान सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे प्रेमचंद अग्रवाल ने भी चौथी बार जीत दर्ज कर अपना लोहा मनवाया है। जिसके चलते उन्हें अब मंत्रिमंडल में संभावना बताई जा रही है। इन बदलावों के अलावा इसबार की कैबिनेट में पुराने चेहरों के साथ ही नए नामों के कयास लगने लगे हैं। पुराने चेहरों में सतपाल महाराज और डॉ धनसिंह रावत का नाम फिलहाल सीएम की रेस में बताया जा रहा है। कदाचित उन्हें सीएम की कुर्सी नहीं मिलती तो उनका मंत्रिमंडल में रहना तय है।
इसके अलावा पूर्व कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, अरिवंद पांडेय, गणेश जोशी, रेखा आर्य, बंशीधर भगत के नाम भी करीब-करीब तय माने जा रहे हैं। नए चेहरों में भले ही लिस्ट लंबी है, मगर इसबार सभी वर्गों और क्षेत्रों का समावेश करते हुए मुन्ना िंसह चौहान, ऋतु खंडूरी, खजान दास और चंदनराम दास को मौका मिल सकता है। महिला कोटे से कांग्रेस से आई सरिता आर्य के नाम को भी नहीं नकारा जा रहा है। हालांकि जानकारों के अनुसार सरिता आर्य की संभावनाएं फिलहाल कम हैं।