Rishikesh-Karnprayag Rail Project: ऋषिकेश। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की एक और सुरंग ब्रेक थ्रू के जरिए आर पार हो गई। इससे पहले नरकोटा में सुरंग आरपार हुई थी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिवपुरी में ब्रेक थ्रू यानि सुरंग की खुदाई का काम पूरा होने के बाद के लिए बटन दबाकर एक और विस्फोट किया। सुरंग में इसके बाद फिनिशिंग का कार्य किया जाना है।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, कैबिनेट मंत्र सुबोध उनियाल और प्रेमचंद्र अग्रवाल शिवपुरी पहुंचे। उन्होंने यहां ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। वहीं उन्होंने शिवपुरी-गूलर के बीच निर्मित की जा रही 6.470 किमी लंबी मुख्य रेल टनल के एक ड्राइव में करीब ढाई किमी की निकासी सुरंग की बोरिंग का कार्य जो कि अंतिम पड़ाव पर था उसका ब्रेक थ्रू (ब्लास्ट ) पूरा किया गया।
इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि वर्ष 2024 तक रेलवे लाइन का कार्य पूरा हो जाए। प्रधानमंत्री लगातार इसके लिए लगातार अपडेट ले रहे हैं। उनके द्वारा पहाड़ों में रेल पहुंचाने को साकार किया जा रहा है।
वहीं, मुख्य परियोजना अधिकारी रेलवे अजित सिंह यादव ने बताया कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन की दूरी 125 किमी है, जिसमें से 104 किमी में 17 टनल बनेंगी। इस रेल लाईन में जनासू-देवप्रयाग सौड़ के बीच साढे 14 किमी की सबसे लंबी सूरंग होगी। उन्होंने बताया कि रेलवे के कार्यों में आधुनिकतम मशीनों का इस्तमाल किया जा रहा है। सभी टनल का कार्य समय पर पूरा कर लिया जाएगा।
बता दें कि 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग तक रेल अधिकांश सुरंगों से होकर गुजरेगी। यानि 125 किलोमीटर लंबी इस परियोजना में 105 किलोमीटर लंबी अलग-अलग सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। ख़ास बात ये कि देश की सबसे लंबी डबल ट्यूब रेल सुरंग के लिए दो टनल बोरिंग मशीन जर्मनी से पहुंच चुकी हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि दिसंबर से यह मशीन टनलिंग का काम शुरू कर देंगी।
इस मौके पर आयुक्त गढ़वाल मंडल सुशील कुमार, डीआईजी गढ़वाल केएस नगन्याल, जिलाधिकारी टिहरी सौरभ गहरवार, एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर और रेलवे के अधिकारी मौजूद रहे।