देहरादून। तीन दिन पहले आयोजित पटवारी परीक्षा के पेपर लीक होने की बात सामने आने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। एसटीएफ ने मामले की पुष्टि की है। इस मामले में एसटीएफ ने संलिप्तता के संदेह में आयोग के चार कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने आरोपियों के पास से 22 लाख रुपये भी बरामद किए हैं।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल की पत्रकार वार्ता में बताया कि गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों में लोक सेवा आयोग में गोपन सेक्शन में तैनात संजीव चतुर्वेदी के साथ ही उनकी पत्नी को भी हिरासत में लिया गया है। इनके अलावा आयोग में कार्यरत राजपाल, संजीव कुमार और रामकुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।
लोक सेवा आयोग द्वारा 08 जनवरी को आयोजित लेखपाल परीक्षा के प्रश्न पत्र तैयार करने के लिए आयोग के अति गोपन कार्यालय का उपयोग किया गया था। यहां अनुभाग अधिकारी संजीव चर्तुवेदी ने प्रश्न पत्र लीक किया। उसने पत्नी के साथ मिलकर लीक प्रश्न पत्र राजपाल व संजीव को उपलब्ध कराया। जिसके एवज में संजीव चतुर्वेदी को नगद पैसा दिया गया।
इसके बाद संजीव और राजपाल ने रामकुमार व अन्य के माध्यम से प्रश्नपत्र को अभ्यर्थियों में बांट कर बिहारीगढ के पास एक रिजॉर्ट ग्राम सेठपुर लक्सर हरिद्वार व अन्य स्थानों में पढाया। जांच में अभी तक लगभग 35 अभ्यार्थियों द्वारा परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र प्राप्त होना संज्ञान में आया है। बताया कि जांच अभी जारी है।
बता दें कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने राज्य के 13 जिलों में 8 जनवरी 2023 को यूकेपीएससी पटवारी/लेखपाल 2022 परीक्षा आयोजित की थी। जिसमें हजारों की संख्या में युवा शामिल हुए। यूकेपीएससी ने 391 पटवारी पदों के लिए भर्तियां जारी की थी।