उत्तराखंडसियासत

सियासतः नई बिसात बिछाने की तैयारी में ‘हरक सिंह’

Politics of Uttarakhand: उत्तराखंड की राजनीति की चौसर से किसी अनुपयोगी मोहरे की तरह फिलहाल बाहर हो चुके पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत अब नई बिसात बिछाने की तैयारी में हैं। विधानसभा चुनाव में खुद और पुत्रबधु के चूकने के बाद अब उनकी नजर 2024 के लोकसभा चुनाव पर है।

पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत के लिए बीते छह महीने बेहद उथल पुथल भरे रहे। हर दिन सियासी चर्चाओं के केंद्र में रहने वाला यह कदावर नेता आज अपने ही राजनीतिक अस्तित्व की जमीन तलाशने को मजबूर है। भाजपा से निष्कासन और कांग्रेस को ज्वाइन करने के लंबे इंतजार बाद उनके हिस्से सिर्फ पुत्रबधु अनुकृति गुसाईं के लिए विधानसभा टिकट आया। मगर, चुनाव में वह खुद के सिलसिलेवार जैसी जीत बहू को नहीं दिला सके। जिसके चलते फिलहाल वह राजनीतिक वनवास भोगने की स्थिति में पहुंच चुके हैं।

चुनाव परिणाम आने से पहले उनका एक बयान आया था कि अगर कांग्रेस को बहुमत नहीं मिलता तो उन्हें दोबारा एबीसीडी से राजनीति सीखनी पडेगी। कमोबेश यह बयान उनके मौजूदा हालातों से मेल खाता दिख रहा है। हालांकि हरक सिंह जैसा नेता पूरी तरह से धराशायी हो गया हो, ऐसा मानना भी शायद जल्दबाजी होगी। उनका अब लोकसभा चुनाव 2024 पर फोकस करना इस बात की तस्दीक करता है।

हरक सिंह ने अब लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है, और वह इसकी तैयारी में भी जुट गए बताए जा रहे हैं। हालांकि हरक सिंह लोकसभा चुनाव के लिए किस मैदान में ताल ठोकेंगे यह अभी साफ नहीं। बता दें कि वह एक बार पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट पर चुनाव मैदान में ताल ठोक भी चुके हैं। हालांकि उसबार उन्हें हार मिली थी।

मीडिया रिपोर्ट्स में अनुसार हरक सिंह पौड़ी aऔर हरिद्वार लोकसभा में खुद के लिए संभावनाएं तलाश रहे हैं। हालांकि उनका चुनाव लड़ना या नहीं लड़ना टिकट मिलने पर भी निर्भर करता है। कांग्रेस उन्हें टिकट देती है या नहीं उसके बाद ही कुछ साफ होगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button