Tourism: टिहरी झील में अब ‘क्रूज’ और ‘शिकारा बोट’ का नया रोमांच
Tehri Lake: जिस तरह से योजना परवान चढ़ रही है, उसके चलते जल्द ही कश्मीर की तरह अब टिहरी झील (Tehri Lake) में भी क्रूज बोट (Cruise Boat) और शिकारा बोट (Shikara Boat) नजर आएंगी। टिहरी झील विशेष क्षेत्र पर्यटन विकास प्राधिकरण ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। टेंडर प्रक्रिया के बाद बोट्स के निर्माण का काम भी शुरू हो गया है।
उत्तराखंड में टिहरी झील सैलानियों का पसंदीदा डेस्टिनेशन बनता जा रहा है। झील में बोटिंग के रोमांच को दोगुना करने के लिए टिहरी झील विशेष क्षेत्र पर्यटन विकास प्राधिकरण लगातार प्रयासरत है। अब प्राधिकरण ने क्रूज बोट और शिकारा बोट उतारने की योजना बनाई है।
बताया जा रहा है कि सितंबर में टिहरी बांध की झील में 10 कमरों वाला क्रूज बोट और 10 सीटर दो शिकारा बोट उतार दी जाएगी। क्रूज और शिकारा बोट के झील में उतरने से सैलानी करीब 42 किमी. लंबी लेक की लहरों पर सवारी का रोमांच उठा सकेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि इन योजनाओं की जरूरी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। जिन्हें क्रूज बोट और शिकारा बोट आवंटित किए गए हैं, उन्हें सितंबर तक झील में संचालन शुरू करने को कहा गया है।
अभी तक झील में उतरी हैं ये बोट
सन् 2014 में शुरू बोटिंग गतिविधि के बाद अब तक टिहरी बांध की झील में लगभग 100 बोट संचालित की जा रही हैं। जिनमें मोटर बोट, स्पीड बोट, जेटस्की, जेट अटैक, पैरासिलिंग, वाटर सर्फिंग, वाटर स्कीइंग, बनाना राइट आदि शामिल हैं।
शिकारा में गुजार सकेंगे रात भी
कश्मीर की डल लेक में संचालित क्रूज और शिकारा बोट की तरह अब टिहरी बांध की झील में भी इनके उतरने के बाद सैलानी इनपर सफर के साथ ही रात भी गुजार सकेंगे। टिहरी झील में इनका संचालन का जिम्मा स्थानीय बेरोजगारों को दिया गया है।