
ऋषिकेश। निर्मल आश्रम अस्पताल की ओर से सोमवार को 17वां स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। शिविर आश्रम परिसर में आयोजित बरसी समागम के दूसरे दिन परिवर्तन चैरिटेबल ब्लड बैंक के सहयोग से संपन्न हुआ।
शिविर का शुभारंभ महंत बाबा राम सिंह महाराज ने किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को जीवनकाल में रक्तदान और मरणोपरांत नेत्रदान का संकल्प लेना चाहिए। मानव सेवा से बढ़कर कोई कार्य नहीं है। संत जोध सिंह महाराज ने चिकित्सा एवं शिक्षा के क्षेत्र में आश्रम द्वारा किए जा रहे जनकल्याणकारी कार्यों को निरंतर जारी रखने का आश्वासन दिया।
अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा. अजय शर्मा ने रक्तदान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नियमित रक्तदान से हृदय रोगों और स्ट्रोक का खतरा कम होता है तथा खून में आयरन का स्तर संतुलित रहता है। उन्होंने बताया कि एक यूनिट रक्त से तीन लोगों की जान बचाई जा सकती है।
जानकारी के अनुसार, संस्थान वर्ष में दो बार रक्तदान शिविर आयोजित करता है। इस कड़ी में हुए 17वें शिविर में कुल 104 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान कर मानवता की सेवा में योगदान दिया।
इस अवसर पर वी.डी. नौटियाल, राजकुमार, डा. इंदू शर्मा, संदीप चौधरी, अमन रंधावा (परिवर्तन चैरिटेबल ब्लड बैंक), कुलदीप सिंह, हरमनप्रीत सिंह, गुरजिंदर सिंह, दिनेश शर्मा, गुरदीप सिंह, दविंदर सिंह भट्टी आदि मौजूद रहे।