ऋषिकेश (शिखर हिमालय)। आस संस्था की ओर से टीबी की बीमारी के खिलाफ जारी मुहिम से समाजसेवी अक्षत गोयल भी जुड़े। गोयल ने एक कार्यक्रम के दौरान ऐसे 25 बच्चों को पोषाहार बांटा। साथ ही आगे भी पीड़ित बच्चों की मदद का भरोसा दिया।
दूनमार्ग स्थित होटल अमेरिस में आस संस्था की ओर से संचालित नंदा तू राजी खुशी रयां एक अभियान के तहत टीबी रोग से मुक्ति के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. प्रियंका गोयल ने टीबी रोग से जुड़ी जानकारी साझा की। कहा कि इससे अब घबराने की जरूरत नहीं है। यह असाध्य रोग नहीं। समय पर उपचार कर इस रोग से मुक्ति पाई जा सकती है। इसमें पौष्टिक खानपान की जरूरत होती है।
कार्यक्रम में समाजसेवी अक्षत गोयल ने कहा कि टीवी रोग से पीड़ित बच्चों को हमेशा पोष्टिक भोजन दिया जाना चाहिए। कहा कि ऐसे बच्चों से परहेज नहीं करना चाहिए, यह छूआछूत की बीमारी नहीं है। कहा कि सरकारी अस्पतालों में इस रोग की दवा मुफ्त मिलती है। बावजूद इसके सरकार और ऐसे पीड़ितों को पौष्टिक आहार देने के प्रयास भी करने चाहिए।
इस दौरान अक्षत गोयल ने आस संस्था के कार्यों की सराहना की और ऐसे बच्चों के लिए आगे भी मदद करने की बात कही। उन्होंने पीड़ित बच्चों की दिवाली में पटाखों और उसके धुएं से दूर रहने की सलाह भी दी। इसबीच बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी। उन्हें मिठाई भी वितरित की गई।
सस्था की सचिव हेमलता बहन ने बताया कि जन सहयोग से टीबी रोग से ग्रस्त बच्चों की मदद की जा रही है। मौके पर संजीव गोयल, अभिनव गोयल, श्रुतिका गोयल, जितेंद्र चमोली, लक्ष्मी, पारुल, सविता, मोनिका राणा, शृंखला रावत, लंकेश भट्ट, मुकेश रावत आदि मौजूद रहे।