Uttarakhand: मुख्य सचिव ने सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर दिए निर्देश
प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों के साथ कचरा प्रबंधन पर भी की चर्चा

Single Use Plastic : देहरादून। मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु सिंगल यूज प्लास्टिक और ठोस कचरा प्रबंधन की कार्ययोजना को लेकर जिलाधिकारियों के साथ चर्चा की। कहा कि इस कार्य में आमजन की भागीदारी के लिए खास कदम उठाने की जरूरत है।
सचिवालय में सीएम डॉ. संधु की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान जनपदों में ग्रामीण, शहरी और वन क्षेत्रों के अंतर्गत सफाई का एक्शन प्लान तैयार कर शतप्रतिशत अनुपालन के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को इन्नोवेटिव होने की आवश्यता है। एक ही प्लान सभी जिलों में वर्क नहीं करेगा। हरेक काएक साइट स्पेसिफिक प्लान बनाना होगा।
डॉ. संघु ने कहा कि वन क्षेत्रों में भी प्लास्टिक यूज को रोकने की आवश्यकता है। चारधाम यात्रा में प्लास्टिक को प्रतिबन्धित किए जाने पर भी विचार किया जाए ताकि अपने धामों को स्वच्छ रखा जा सके। कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए लगातार प्रचार प्रसार के साथ छोटी-छोटी वीडियो क्लिप्स के माध्यम से जानकारी आमजन और व्यापारियों को दी जाए।
उन्होंने स्कूलों को भी इस अभियान में शामिल किए जाने की बात कही। कहा कि बच्चों को इसके दुष्प्रभावों की जानकारी दी जाए ताकि वे अपने परिजनों को इसके नुकसान के प्रति जागरूक कर सकें। कहा कि प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने के लिए उच्च न्यायालय के आदेशों का भी अक्षरशः पालन सुनिश्चित किया जाए। इसके उद्योग से जुड़े लोगों और व्यापारियों को भी शामिल करते हुए प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने के प्रयास किए जाएं।
मुख्य सचिव ने हाई कोर्ट के आदेश को प्रदेश को स्वच्छ करने के अवसर के रूप में देखते हुए इस दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए।
कहा कि प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने के लिए इसके विकल्प को बढ़ावा दिया जाए। स्वयं सहायता समूहों को शामिल करते हुए योजनाएं तैयार की जाएं। उन्होंने कहा कि हमें सफाई को अभियान के रूप में लागू करने के बजाए अपने डेली रूटीन में शामिल करने की आवश्यकता है, तभी हम अपने प्रदेश को साफ सुथरा बना पाएंगे।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, पीसीसीएफ (हॉफ) विनोद कुमार और सचिव विजय कुमार यादव समेत संबंधित विभागों के उच्चाधिकारी मौजूद रहे।