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मकर संक्रांति 2022: क्या कहते हैं आपके सितारे

संक्रांति के बाद इन 4 राशियों की चमकेगी किस्मत

• 29 साल बाद सूर्य और शनि के मिलन से बन रहा अद्भुत संयोग
• सियासत पर पड़ेगा संक्रांति पर ग्रहों के चलते गहरा असर
• संक्रांति पर्व 14 जनवरी को ही, इसदिन से शुभ कार्यों की होगी शुरूआत

ज्योतिषाचार्य डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल का कहना है कि मकर संक्रांति के बारे में तिथियों को लेकर आ रही भ्रांतियों में नहीं पड़ना चाहिए। बताते हैं कि 14 जनवरी को 16 घटी 39 पल पर सूर्यदेव का धनु राशि से मकर राशि में गोचर हो रहा है, जबकि दिनमान 25-47 का है। इसलिए भगवान भास्कर सूर्यास्त से पूर्व ही गोचर कर जाएंगे। इसलिए मकर संक्रांति का पुण्यकाल 15 को नहीं बल्कि 14 जनवरी को ही होगा।

वह बताते हैं कि वर्ष 2022 के मकर संक्रांति पर्व की खास बात ये भी है कि इस बार सक्रांति शुक्रवार के दिन द्वादशी तिथि पर आ रही है। चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में संचार कर रहे हैं और अपने प्रिय नक्षत्र रोहिणी में रहेंगे, इसलिए यह एक विशिष्ट संयोग द्योतक है। बड़ी बात सन् 1993 (29 वर्ष) के बाद इसदिन सूर्य और शनि का अदभुत मिलन भी हो रहा है जो देश दुनिया के लिए शुभ संकेत है।

डॉ. घिल्डियाल मकर संक्रांति का जातकों पर प्रभाव का विश्लेषण भी करते हैं। बताते हैं कि इस दिन से खरमास समाप्त होने से मांगलिक शुभकार्य प्रारंभ हो जाएंगे। इसका असर राजनीति पर भी पड़ेगा। सत्ता पक्ष के सामने संकटों के अलावा कोर्ट कचहरी के झंझट भी हो सकते हैं।

घिल्डियाल बताते हैं कि मकर संक्रांति का चार प्रमुख राशियों के लिए अत्यंत शुभ प्रभाव रहेगा। जिनमें मेष, मिथुन, धनु और मीन राशियों के लिए सक्रांति का पर्व अत्यंत शुभ फलदायक है, जबकि अन्य राशियों के लिए सामान्य फल देने वाला होगा।

12 राशियों पर प्रभाव


मेष राशि – इस राशि के दशम कर्म स्थान में सूर्य और शनि का मिलन रहेगा। इससे कैरियर में अप्रत्याशित परिणाम मिलेंगे।

वृष राशि – इस राशि के जातकों के लिए स्थिति थोड़ी कष्टप्रद रहेगी। काले तिल और गुड़ का दान आवश्यक रूप से करें।

मिथुन राशि – इस राशि के जातकों के लिए अष्टम भाव में सूर्य और शनि का मिलन रहेगा। जिससे पिछली समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

कर्क राशि – दांपत्य जीवन में टकराव की स्थिति बनेगी। परिवार में विवाद की स्थिति रहेगी। काला कपड़ा, साबुत उड़द का दान करें।

सिंह राशि – इस राशि के जातकों के लिए रोग और शत्रु स्थान में सूर्य और शनि का मिलन होने से पुराने बीमारियों से छुटकारा मिलेगा और तमाम समस्याएं खत्म होंगी।

कन्या राशि – संतान से चिंता रोग और धन हानि के योग बन रहे हैं। सावधान रहें खिचड़ी का दान करें।

तुला राशि – वाद विवाद की स्थिति बन सकती है, इसलिए टकराव न करें। लोहा, काला कपड़ा और उड़द का दान करें।

वृश्चिक राशि – इस राशि के लिए यह सक्रांति वरदान साबित होगी। तीसरे स्थान में सूर्य और शनि का मिलन पराक्रम में वृद्धि करेगा। पिछली समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

धनु राशि – दूसरे स्थान में सूर्य और शनि का मिलन अत्यंत श्रेष्ठ फलदायक रहेगा। धन संबंधी चिंता दूर होगी। किसी को दिया धन वापस मिलेगा। साबुत उड़द और गुड़ का दान करें।

मकर राशि – पिछले रोग फिर से सिर उठाएंगे, शत्रुओं का भय रहेगा। इसलिए खिचड़ी, गुड और काला कपड़ा दान करें।

कुंभ राशि – बारहवें भाव में सूर्य-शनि का मिलन होने से खर्चे बढ़ेंगे। शत्रुओं का दबाव रहेगा, परंतु आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी। भगवान शंकर का पूजन करें।

मीन राशि- इस राशि वालों के लिए यह सक्रांति बहुत अच्छी रहेगी। धन लाभ होगा सम्मान की प्राप्ति होगी, पदोन्नति भी हो सकती है।

(नोट – ज्योतिषाचार्य डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल कुंडली, हस्तरेखा और वास्तु शास्त्र के मर्मज्ञ के साथ-साथ यंत्र साधना के अच्छे जानकार हैं। आप उनसे संपर्क कर सकते हैं। निवास’ 56/1 धर्मपुर, देहरादून, उत्तराखंड। कैंप कार्यालय- सी- 800, आईडीपीएल कॉलोनी, वीरभद्र, ऋषिकेश। मोबाइल -9411153845)

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