उत्तराखंड

Joshimath: शहर के 4 वार्ड हुए खाली, राहत शिविरों में 248 परिवार

Joshimath Sinking : भूधंसाव से जोशीमठ नगर क्षेत्र के 09 वार्डों में 863 भवन प्रभावित हुए है। इनमें से 181 भवन ऐसे हैं जिनको असुरक्षित जोन में रखा गया है। सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन ने अबतक 248 परिवारों के 900 सदस्यों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से विस्थापित किया है। जबकि 41 परिवारों के 71 सदस्य अपने रिश्तेदारों व किराए पर गए हैं।

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चमोली की दैनिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। बताया गया कि जिला प्रशासन द्वारा जोशीमठ में निवास योग्य अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 91 स्थानों में 661 कक्षो का चिह्नीकरण किया गया है। जिसमे 2957 व्यक्तियों को ठहराया जा सकता है। वहीं पीपलकोटी में अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 20 भवनों के 491 कमरों को चयनित किया गया है, जिसमें कुल 2205 लोगों को ठहराया जा सकेगा।

रिपोर्ट में बताया गया कि राहत कार्यो के तहत अबतक 629 प्रभावितों को 418.77 लाख रुपये की धनराशि वितरित की जा चुकी है। साथ ही उन्हें अब तक 1019 खाद्यान किट, 1229 कंबल व 1334 लीटर दूध, 136 हीटर व ब्लोवर, 143 डेली यूज किट, 48 जोडी जूते, 150 थर्मल वियर, 175 हाट वाटर वोटल, 680 टोपी, 280 मौजे, 250 शाल, 262 इलेक्ट्रिक केटल और 1392 अन्य सामग्री पैकेट का वितरण किया गया है।

बताया कि इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर प्रभावितों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है जिसके तहत राहत शिविरों में रह रहे 1252 से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है। प्रभावित क्षेत्रों में 109 पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण और 200 पशु चारा बैग वितरण का किया गया।

वहीं, जिला मजिस्ट्रेट चमोली द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 33 व 34 के जोशीमठ वार्ड संख्या 1, 4, 5 व 7 के अंतर्गत आने वाले अधिकांश क्षेत्रो को असुरक्षित घोषित करते हुए इन वार्डों को खाली करवाया गया है। बताया कि शीतलहर को देखते हुए नगरपालिका जोशीमठ क्षेत्र अंतर्गत बीस स्थानों पर नियमित रूप से अलाव जलाए जा रहे है। बताया गया कि जेपी परिसर मारवाड़ी में आज सुबह पानी का रिसाव घटकर 170 एलएमपी हुआ है।

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