
Kiran & Ankita Case: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने दिल्ली में केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू से मुलाकात की। शिष्टमंडल ने रिजिजू से किरण नेगी और अंकिता भंडारी हत्याकांड के दोषियों को सजा दिलाने की मांग उठाई।
हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड के अधिकांश लोगों में इस बात को लेकर रोष है कि किरण नेगी की हत्या और दुष्कर्म का आखिर दोषी कौन है? जब सेशन कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट ने दोषियों को सजा सुनाई, तो सुप्रीम कोर्ट में अभियोग पक्ष ने क्यों मामला ठीक से नहीं रखा। उन्होंने इस मामले में कानून मंत्री से हस्तक्षेप किए जाने की मांग की। कहा कि हम सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं, परंतु किरण नेगी के हत्यारों को सजा हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
वहीं उन्होंने अंकिता भंडारी हत्याकांड में लिप्त वीआईपी को उत्तराखंड की सरकार द्वारा बचाए जाने की कोशिशों पर नाराजगी जाहिर की। कहा कि अपराधी की कोई धर्म और जाति नहीं होती। इसलिए दोषियों के प्रति किसी भी प्रकार की उदारता बरतना न्याय की दृष्टि से कदापि उचित नहीं है।
उत्तराखंड कांग्रेस प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि रिजिजू ने विश्वास दिलाया कि अपराधियों को हरहाल में सजा दिलाने के प्रयास किए जाएंगे। इसबीच कानून मंत्री को ज्ञापन भी सौंपा गया।