स्वास्थ्य

लाभार्थी तक आयुष्मान का लाभ पहुंचाना प्राथमिकताः ह्यांकी

देहरादून। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण व आयुष्मान, गोल्डन कार्ड सूचीबद्ध अस्पतालों की संयुक्त समीक्षा व समन्वय बैठक संपन्न हुई। बैठक में ऑनलाइन पोर्टल से लेकर दावों के यथासमय निस्तारण, अमान्य दावे, रिव्यू आदि विभिन्न मसलों पर चर्चा हुई। योजना के बेहतर संचालन के लिए कई सुझाव भी प्रतिभागियों ने साझा किए।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्राधिकरण के चेयरमैन अरविंद सिंह ह्यांकी ने कहा कि आयुष्मान योजना का लाभ हर लाभार्थी तक पहुंचे, यह हम सबकी प्राथमिकता है। सदन में अस्पताल प्रतिनिधियों व ऑनलाइन जुड़े प्रतिनिधियों ने अपने अस्पताल की विशिष्ट और सामान्य समस्याओं को रखा।

चेयरमैन ने कहा कि एनएचए के ट्रांजिक्शन मैनेमेंट सिस्टम (टीएमएस) में आ रही तकनीकी कठिनाइयों व रिव्यू संबंधी नई व्यवस्था के कारण अस्पतालों के आयुष्मान संबंधी दावों के निस्तारण में कुछ समय लगा है, लेकिन अब इसे शीघ्रता से कराया जा रहा है। आयुष्मान के दावों का भुगतान 15 दिनों के अंदर करने का लक्ष्य रखकर ही कार्यवाही की जा रही है।

उन्होंने बताया कि पुराने दावों के सापेक्ष पोर्टल में रिव्यू संबंधी कठिनाई के दृष्टिगत ऑफ लाइन रिव्यू का अवसर दिया जाएगा और दावों के रिव्यू सिस्टम को आसान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश का अपना टीएमएस तैयार किया जा रहा है। तब टीएमएस में आने वाली दिक्कतें दूर हो जाएंगी। कहा कि प्राधिकरण के स्तर पर प्रक्रियाओं को सरल बनाने और यथासंभव ऑनलाइन सिस्टम बनाकर उन्हें फेसलेस करने हेतु हर संभव प्रयास किया जा रहा है। ताकि प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण हो और अस्पतालों को प्राधिकरण का चक्कर न लगाना पड़े।

चेयरमैन ने अस्पतालों से भी अपेक्षा की कि मरीजों की सुविधा और इलाज पर पूरा ध्यान दिया जाए। उपचार के बिल एनएचए और एसएचए के दिशा निर्देशों और मानकों के अनुरूप ही प्रक्रिया फॉलो करते हुए सही प्रस्तुत करें। ताकि आपत्ति न लगे और भुगतान में अनावश्यक विलंब न हो। कहा कि कामकाज में व्यवहारिकता का होना जरूरी है।

सक्षम प्राधिकारियों के द्वारा विशिष्ट प्रकरणों में सम्यक विचार करते हुए न्यायोचित निर्णय लिए जाएंगे। कहीं अस्पष्टता हो तो उसे एसएचए के संबंधित अनुभाग अथवा उच्च अधिकारियों को फ़ोन करके स्थिति स्पष्ट करा सकते हैं। गोल्डन कार्ड में आ रही दिक्कतों पर बताया कि इस संदर्भ में आवश्यक बजट की व्यवस्था करने के लिए कार्यवाही गतिमान है, शीघ्र ही स्थिति बेहतर होने की उम्मीद है।

बैठक में प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रीना जोशी ने कहा कि आयुष्मान योजना की बेहतरी के लिए जरूरी है कि एसएचए व सेवा प्रदाता अस्पतालों के बीच बराबर समन्वय हो। सेवा की गुणवत्ता व पारदर्शिता के लिए भी आपसी संवाद जरूरी है। उन्होंने सड़क हादसे के घायलों को निशुल्क उपचार सुविधा को लेकर अस्पतालों को प्रशिक्षण देने को कहा।

बैठक में हिमालयन हॉस्पिटल, महंत इंद्रेश, कैलाश ओमेगा, ग्राफिक एरा, पैनेसिया हॉस्पिटल, हंस फाउंडेशन समेत विभिन्न अस्पताल प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याएं रखी, जिनमें से अधिकांश का निस्तारण मौके पर ही किया गया। योजना के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर भी कई सुझाव अस्पताल प्रतिनिधियों की ओर से दिए गए।

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