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केदारनाथः रेस्क्यू में मदद के लिए सेना आई साथ

• सोनप्रयाग में बेली ब्रिज निर्माण शुरू, सर्च को स्निफर डॉग पहुंचे

• रेस्क्यू में एमआई 17 और चिनकू भर रहे लगातार उड़ान

Kedarnath Rescue Update : केदारनाथ यात्रा मार्ग में फंसे यात्रियों का रेस्क्यू लगातार जारी है। रेस्क्यू ऑपरेशन के चौथे दिन धाम से 373 यात्रियों, मजदूरों और स्थानीय लोगों को रवाना किया गया। वहीं रेस्क्यू कार्यों मदद के लिए सेना भी साथ आ गई है। सेना बेली ब्रिज बनाने के साथ ही सर्च ऑपरेशन में सहयोग करेगी। जिला प्रशासन ने बेजुबान जानवरों के लिए हेलीकॉप्टर से चार टन चारा धाम तक पहुंचाया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर केदारनाथ यात्रा मार्ग से सुरक्षित रेस्क्यू प्रयास जारी हैं। बीकेटीसी सीईओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन के चौथे दिन केदारनाथ से 373 यात्रियों, स्थानीय लोगों और मजदूरों को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व फोर्स की मदद से लिनचोली तक पहुंचाने के लिए रवाना किया गया। लिनचोली से इन्हें एयरलिफ्ट किया जाएगा।

सीईओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि केदारनाथ में सभी लोगों के लिए जिला प्रशासन, बीकेटीसी और तीर्थ पुरोहितों द्वारा फूड पैकेट्स, पानी की बोतलें व फल उपलब्ध कराए जा रहे हैं। रेस्क्यू के लिए एमआई 17 और चिनकू हेलीकॉप्टर लगातार उड़ान भर रहे हैं।

रामबाड़ा चौमासी ट्रैक पर 110 यात्री रेस्क्यू
रामबाड़ा चौमासी ट्रैक से एनडीआरएफ व एसडीआरएफ द्वारा 110 यात्रियों को रेस्क्यू कर चौमासी पहुंचा दिया गया है। ट्रैक पर सुरक्षा बलों द्वारा यात्रियों को लगातार फूड पैकेट्स, पानी सहित चिकित्सा उपचार उपलब्ध करवाया गया। अब तक इस मार्ग से 534 से अधिक यात्रियों एव स्थानीय लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है।

मदद को सेना आई साथ
केदारघाटी में जारी रेस्क्यू कार्यों में तेजी लाने के लिए अब सेना की भी मदद ली जा रही है। जनपद में तैनात 6 ग्रेनेडियर यूनिट रास्तों को पुनर्स्थापित करने और बेली ब्रिज बनाने के अलावा सर्च ऑपरेशन में भी मदद करेगी। प्राथमिकता के आधार पर सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाश आउट हुए मार्ग पर ब्रिज बनाया जा रहा है।

सेना के स्निफर डॉग पहुंचे केदार
केदारघाटी में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सर्च में सेना के दो स्निफर डॉग यात्रा मार्ग के लिए रवाना कर दिए हैं। डॉग यूनिट मौके पर पहुंच गई है। हेलीकॉप्टर के माध्यम से इन्हें लिनचोली उतारा जा चुका है। जहां से पूरे क्षेत्र में सर्च अभियान शुरू किया जाएगा।

बेजुबानों के लिए पहुंचाया चारा
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन के पहल पर पशु चिकित्सा विभाग द्वारा यात्रा मार्गों पर फंसे हुए घोड़े खच्चरों के लिए साढ़े चार टन चारा अब तक चीरबासा हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचाया जा चुका है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष रावत के अनुसार गौरीकुंड क्षेत्र के पशु पालक और घोड़े खच्चर संचालक अपने पशुओं का लाइसेंस या अन्य प्रपत्र दिखाकर पशु आहार प्राप्त कर सकते हैं।

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