Independence Day: देहरादून। सारथी विहार स्थित प्राथमिक संस्कृत विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। नन्हें मुन्हें बच्चों ने क्षेत्र में प्रभातफेरी निकाली। प्रभातफेरी में बच्चों के साथ मुख्य अतिथि सहायक निदेशक संस्कृत शिक्षा डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल भी शामिल हुए।
स्वतंत्रता दिवस पर सुबह 8 बजे विद्यालय में सहायक निदेशक संस्कृत शिक्षा डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने ध्वजारोहण किया। इसके बाद नन्हे मुन्हें बच्चों ने सारथी विहार क्षेत्र में प्रभातफेरी निकाली, जो रिस्पना पुल, राजीवनगर होते हुए वापस विद्यालय में संपन्न हुई। जहां बच्चों ने सांस्कृतिक और साहित्यिक प्रस्तुतियां भी दी। वहीं शिक्षिका हेमा सिंह ने सचिव संस्कृत शिक्षा आईएएस चंद्रेश यादव का संदेश पढ़ा।
इस अवसर पर डॉ. घिल्डियाल ने बच्चों को आजादी के इतिहास से अवगत कराया। बताया कि महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, सरदार भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव आदि क्रांतिकारियों के संघर्षों के बाद ही देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ। जिसके चलते ही हम आज 75 साल बाद अमृत महोत्सव मना रहे हैं।
डॉ. घिल्डियाल ने कहा कि जिस देश में संस्कृति और संस्कारों के प्रति प्रतिबद्धता हो, वहीं लंबे समय तक स्वतंत्र रह सकता है। आज हमें अंग्रेजी की मानसिकता को छोड़ने की जरूरत है। साथ ही देश की भाषाओं को भी समुचित सम्मान देना चाहिए।
समापन पर विद्यालय के प्रबंधक गोविंद पेटवाल ने कहा कि उनका प्रयास है कि संस्कृत शिक्षा को समाज में समुचित स्थान मिले। उसके संरक्षण के लिए हर व्यक्ति को सहयोग करना चाहिए।