शिखर हिमालय डेस्क
देहरादून। 2022 के आम चुनाव से पहले उत्तराखंड की सियासत में भाजपा और कांग्रेस नुरा-कुश्ती का दौर जारी है। रविवार को पुरोला के विधायक राजकुमार के भाजपा में वापस लौटने से कांग्रेस को जोर का झटका लगा है। भाजपा की सेंधमारी आगे भी जारी रहने के संकेत मिल रहे हैं।
रविवार को दिल्ली मुख्यालय में पुरोला सुरक्षित सीट से कांग्रेस के विधायक राजकुमार ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी आदि मौजूद थे। राजकुमार को एक दिन पहले भाजपा में शामिल होना था, लेकिन सीएम के टिहरी दौरे के चलते यह कार्यक्रम टल गया था।
राजकुमार वर्ष 2007 में पहली बार भाजपा के टिकट पर सहसपुर सीट से विधायक बने थे। 2012 में निर्दलीय मैदान में उतरे, लेकिन चुनाव हार गए। 2017 में उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की और पुरोला सुरक्षित सीट से विधायक का चुनाव जीता। अब उन्होंने वापस भाजपा में जाने का फैसला लेकर रविवार को विधिवत सदस्यता भी ग्रहण कर ली।
बताया जा रहा है कि 2022 चुनाव में अपनी सियासी ताकत बढ़ाने के लिए भाजपा दूसरे दलों के कदावर नेताओं को पार्टी में शामिल करना आगे भी जारी रखेगी। ताकि एंटी इनकम्बेंसी के असर को दिग्गजों के रसूख से कम किया जा सके।