Uttarakhand Assembly Cunav 2022 : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां जोरों पर हैं। सियासी दल टिकटों को फाइनल करने में जुटे हैं। विनिंग कैडिडेट चुनने के लिए एक-एक सीट के लिए हर पहलु पर मंथन किया जा रहा है। दावेदारों की स्क्रीनिंग से कार्यकर्ताओं की रायशुमारी और जनता के बीच अंदरूनी सर्वे रिपोर्ट्स के अलावा सियासी माहौल, क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों पर भी कसरत हो रही है।
अब तक आम आदमी पार्टी 42 सीटों पर घोषित कर चुकी है, तो यूकेडी ने 7, बसपा ने 7 और उजपा ने दो प्रत्याशियों के नामों को ऐलान कर दिया। मगर, भाजपा और कांग्रेस में अभी भी कसरत का दौर जारी है। माना जा रहा है कि कांग्रेस अगले दो तीन दिन तो भाजपा नामांकन की तारीख के करीब अपनी पहली लिस्ट्स जारी कर सकती हैं।
इससे बड़ी बात, कि राज्य के दो प्रमुख दलों में दावेदारों की भरमार है। जिसके चलते जीत के दावों के बावजूद दोनों असमंजस की शिकार हैं। बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा ऊहापोह भाजपा में है। मीडिया रिपोर्ट्स में भाजपा से टिकट के लिए 800 के करीब लोगों ने दावा ठोका है। जिसमें करीब 30 प्रतिशत सीटों पर महिलाएं भी दावेदार हैं। नतीजा, पार्टी अब शीर्ष 3 नामों का पैनल तैयार कर हाईकमान को भेजने का निर्णय लिया है।
पार्टी प्रदेश में टिकटों के चयन में तमाम समीकरणों को अच्छे से फेंट लेना चाहती है। उसे सबसे ज्यादा एंटी इनकम्बेंसी का डर सता रहा है। ऐसे में इसबार कई विधायकों का टिकट भी कटने के आसार हैं। जबकि नए दावेदारों की सियासी हैसियत को भी आंका जा रहा है।
उधर, कांग्रेस के बारे बताया जा रहा है कि अधिकांश कैंडिडेट फाइनल हो चुके हैं। कुछ सीटों पर वह कुछ इंतजार के मूड में है। जो कि भाजपा की लिस्ट आने के बाद तय किए जा सकते हैं। यानि कि भाजपा की लिस्ट के बाद के संभावित हंगामे का कांग्रेस को इंतजार है।