
देहरादून। उत्तराखंड के जिलों में एक सूत्रीय मांग को लेकर शिक्षा निदेशालय देहरादून में बीएड टीईटी प्रशिक्षितों का लगातार जारी है।
आंदोलित प्रशिक्षितों ने चेताया कि सकारात्मक कार्यवाही नहीं होने की स्थिति में वह आंदोलन को उग्र करने के लिए बाध्य होगे।
बीएड टीईटी प्रशिक्षित महासंघ के बैनर पर जारी आंदोलन में प्रदेश के सीमांत क्षेत्रों के प्रशिक्षित भी शामिल हुए। बुधवार को बीएड टीईटी प्रशिक्षित महासंघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने निदेशक प्रारंभिक शिक्षा से प्राथमिक शिक्षक भर्ती में पदवृद्धि के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने में देरी को लेकर मुलाकात की। निदेशक ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा रिक्त पदों का आंकड़ा उपलब्ध न कराने के चलते विलंब हो रहा है। उन्होंने आंकड़ा मिलने पर प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया।
बीएड टीईटी प्रशिक्षित महासंघ की प्रदेश महिला अध्यक्षा विजय लक्ष्मी ने चेताया कि निदेशालय से पदवृद्धि का प्रस्ताव जल्द शासन को नहीं भेजा गया तो वह उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे। उत्तरकाशी से आए हरी थपलियाल और नरेश डोभाल ने बताया कि शिक्षा मंत्री द्वारा अधिकारियों को दो दिनों में 31 मार्च 2022 तक का ब्यौरा उपलब्ध कराने को कहा था। साथ ही प्रस्ताव भेजने की बात भी कही थी। बावजूद सप्ताह भर बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। चमोली से पहुंची रीना कोहली ने कहा कि उन्हें सरकार से उम्मीद थी, मगर हो कुछ नहीं रहा है। लिहाजा, अगले दो दिनों तक सीमांत क्षेत्रों से आयी प्रशिक्षित महिलाएं धरने पर डटी रहेंगी।
धरने में नरेंद्र तोमर, राजीव राणा, बलबीर बिष्ट, अरविंद राणा, प्रमोद राज शाह, राजेन्द्र चौहान, गणेश, ओमप्रकाश, दिनेश, नवल, प्रीति, उर्मिला शाह, सुनीता, संगीता आदि मौजूद रहे।