
ऋषिकेश (शिखर हिमालय डेस्क)। एम्स ऋषिकेश ने कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने को अस्पताल में 200 से अधिक आईसीयू बेड तैयार कर लिए हैं। साथ ही संस्थान में टेली आईसीयू सेवा की शुरूआत भी की है। जिसके जरिए एम्स के चिकित्सक अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की सेवाएं भी ले सकेंगे।
संस्थान में एम्स के निदेशक प्रो. रविकांत ने सोमवार को टेली-आईसीयू सेवाओं का उद्घाटन किया। कहा कि एम्स ऋषिकेश ने तीन वर्षों में कई अंतरराष्ट्रीय सहयोग के कार्यक्रम विकसित किए हैं। बताया कि दूरदराज के क्षेत्रों में रोगियों की मदद के दृष्टिगत नई तकनीकी विकसित करने के लिए संस्थान में डीन ऑफ इनोवेशन भी बनाया गया है।
निदेशक ने केसीएल को एम्स ऋषिकेश के साथ साझेदारी के लिए आमंत्रित किया है। जिससे रोगियों के लिए कृत्रिम आधार वाला उपकरण विकसित हो सके। इस दौरान डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता ने केसीएल के साथ कार्य करने की उम्मीद जताई। वाइस डीन (इनोवेशन) डॉ. डीके त्रिपाठी ने इस तकनीक की जानकारी दी। टेली आईसीयू सेवा के नोडल अधिकारी डॉ. केएस राजकुमार, डॉ. योगेश बहुरूपी ने बताया कि इसके लिए ब्रिटिश टेलीकॉम से सॉफ्टवेयर के साथ एम्स को 50 4जी टैबलेट मिले हैं।
कार्यक्रम में किंग्स कॉलेज, लंदन के प्रो. प्रोकर दासगुप्ता, डीन अस्पताल प्रशासन प्रो. यूबी मिश्रा, डीन (अंतरराष्ट्रीय मामले) प्रो. सोमप्रकाश बसु, डीन अनुसंधान प्रो. वर्तिका सक्सेना, किंग्स कॉलेज लंदन से प्रो. लुईस रोज़, डॉ. जोएल मेयर, मिस्टर जोसेफ केसी, ऐटोनिक्स, कनाडा से मि. मिशेल पैक्वेट, ब्रिटिश कंम्यूनिकेशन इंडिया के हितेश पांड्या आदि मौजूद थे।
केसीएल के साथ किया एमओयू
एम्स ऋषिकेश में आरंभ टेली-आईसीयू सेवा के लिए संस्थान ने किंग्स कॉलेज, लंदन (केसीएल) के साथ एमओयू किया है। इस सेवा से एम्स के चिकित्सक एक साथ कई वर्चुअल आईसीयू चला सकते हैं। जिसके लिए ई-आईसीयू और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों से वर्चुअल मदद ली जा सकती है।
केसीएल के पास है व्यापक अनुभव
किंग्स कॉलेज लंदन (केसीएल) के पास टेली आईसीयू का व्यापक अनुभव है। कॉलेज यूनाइटेड किंगडम में 180 से अधिक एनएचएस अस्पतालों में लाइफ लाइंस यूके नाम की परियोजना संचालित कर रहा है। यह कोविड-19 महामारी के दौरान मार्च 2020 में तात्कालिक जरूरत के लिए शुरू हुई थी। इसकी स्थापना लंदन में प्रो. लुईस रोज़, गाय्स, डॉ. जोएल मेयर और मिशेल पैक्वेट ने की।