
Unique Initiative: खुद के लिए देहरादून की बजाए अपने विधानसभा क्षेत्र में आवास की मांग के बाद टिहरी के विधायक किशोर उपाध्याय ने अपने गांव पाली में हल जोत कर एक नई पहल के साथ ही युवाओं को खेती से जुड़ने का संदेश भी दिया है। उन्होंने पाली को आर्दश गांव के तौर पर स्थापित के बाद कृषि व बागवानी के क्षेत्र में टिहरी को मॉडल विधानसभा बनाने की बात भी कही है।
बता दें कि किशोर उपाध्याय ने पिछले महीने सोशल मीडिया पर फसली सीजन में अपने गांव पाली जाखणीधार ब्लॉक में स्वयं खेती की शुरूआत करने का वादा किया था। जिसे निभाते हुए उन्होंने गांव पहुंचकर ढोल दमाऊं की थाप के बीच सबसे पहले पारंपरिक विधान के हिसाब से बैलों की पूजा की, उसके बाद किशोर ने बैलों की जोड़ी और फिर आधुनिक टिल्लर मशीन के जरिए अपने खेते में हल जोता।
बताया कि उन्होंने बचपन में मां-पिताजी और भाईयों के साथ खेती की थी। आज भी वह खेती को भूले नहीं हैं। इसके अलावा पशुपालन में भी उनकी रुचि रही। अब वह इसी अनुभव के बूते खेती से जुड़ने के लिए नई पीढ़ी का आह्वान करेंगे।
इसबीच किशोर ने कहा कि उत्तराखंड में लगभग 2000 गांव खाली हो चुके हैं। इन वीरान गांवों में खेती के जरिए हम फिर से खुशहाली ला सकते हैं। मेरे गांव पाली और खास पट्टी में इस प्रयोग की शुरूआत हुई है। इसे गांव से ब्लॉक, जिला, प्रदेश और फिर मध्य हिमालय में फैलाया जाए यह कोशिश करनी होगी।
किशोर ने कहा कि एक दौर में हम बाहर नहीं जाते थे। गांव सेल्फ सेशटेन थे। उन्हें फिर से उसी रूम में स्थापित करने के लिए प्रयास है कि कृषि, बागवानी, सोलर एनर्जी और पशुपालन के जरिए हम एक आदर्श गांव स्थापित करें। कामयाबी मिली तो किसी नौजवान को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। उम्मीद जताई कि जनसहभागिता से यह प्रयोग सफल होगा।