बदरीनाथ बस अड्डे में दुकानों के ताले तोड़े जाने की निंदा
CPI नेता डॉ. गिरधर पंडित ने 'बदरीनाथ मास्टर प्लान' पर भी उठाए सवाल
देहरादून। भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (CPI) ने बदरीनाथ स्थित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल में मास्टर प्लान के तहत दुकानदारों की गैरमौजूदगी में दुकानों के ताले तोड़े जाने की निंदा की है। पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. गिरधर पंडित (Dr Girdhar Pandit) ने बदरीनाथ मास्टर प्लान (Badarinath Master Plan) पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं।
जारी बयान में डॉ. गिरधर पंडित ने बताया कि बदरीनाथ बस अड्डे में करीब दो दशक पहले बीकेटीसी द्वारा दुकानें आवंटित की गई थी। जिन्हें पिछले दिनों चमोली जिला प्रशासन और बीकेटीसी द्वारा दुकानदारों की अनुपस्थिति में ताले तोड़कर खाली करा दिया गया।
उन्होंने कहा कि कहा कि अगले कुछ ही दिनों में बदरीनाथ के कपाट खुलने वाले हैं। ऐसे में सरकारी एजेंसियों को दुकानदारों का इंतजार किया जाना चाहिए था। साथ ही उनकी मौजूदगी में दुकानें खाली कराने से पूर्व वैकल्पिक व्यवस्था दी जानी चाहिए थी। ऐसा करने की बजाए उन्हें बेरोजगार कर सड़क पर ला दिया गया है। जो कि अनुचित है। लगता है कि प्रशासन अत्यधिक उत्साह दिखाकर जनविरोधी सरकार की गुडबुक में आना चाहता है।
डॉ. पंडित ने बदरीनाथ मास्टर प्लान को हजारों लोगों की बर्बादी का प्लान बताया। कहा कि यह बदरीनाथ की परिस्थितिकी (इकोलॉजी) और पर्यावरण के भी खिलाफ है। जिस पर एनसीजीटी भू-गर्भीय सर्वेक्षण विभाग और पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार की चुप्पी जाहिर करती है कि वे दबाव में हैं। बिना ध्यानी समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक किए, की जा रही तोड़फोड़ सर्वथा गलत है।