
देहरादून। इस वर्ष पहली बार उत्तराखंड के लोकपव इगास (पहाड़ी दिवाली) के दिन अवकाश रहेगा। सरकार ने राजकीय अवकाश घोषित कर दिया किया। यह जानकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर इस बाबत संदेश जारी किया है।
बरसों से पर्वतीय समाज इगास के दिन अवकाश की मांग करता रहा है। इस बारे हर साल सोशल मीडिया पर लगातार आवाजें उठती रही। जिसका संज्ञान लेते हुए इसबार मुख्यमंत्री धामी ने इगास पर्व के दिन राजकीय अवकाश घोषित किया है।
सीएम धामी ने इगास के अवकाश को लेकर ट्विटर पर गढ़वाली भाषा में यह ट्वीट किया है-
”उत्तराखण्ड की समृद्ध लोकसंस्कृति कु प्रतीक लोकपर्व ’इगास’ पर अब छुट्टी रालि। हमारू उद्देश्य च कि हम सब्बि ये त्यौहार तै बड़ा धूमधाम सै मनौ, अर हमारि नई पीढी भी हमारा पारंपरिक त्यौहारों से जुड़िं रौ।“
(उत्तराखंड की समृद्ध लोकसंस्कृति के प्रतीक लोकपर्व इगास पर अब छुट्टी रहेगी। हमारा उद्देश्य है कि हम सब इस त्योहार को बड़े धूमधाम से मनाएं, और हमारी नई पीढ़ी भी हमारे पारंपरिक त्योहार से जुड़ी रहे।)
बता दें, कि उत्तराखंड के पर्वतीय समाज में दीपावली के 11वें दिन एकादशी तिथि को इगास पर्व (पहाड़ी दिवाली) मनाया जाता है। इस दिन पहाड़ों में पकवान बनाने के साथ ही रात्रि में भैलो (एक खास तरीके का खेल) खेला जाता है। इगास पर्व का इतिहास वीर भड़ माधो सिंह भंडारी के भोटांतिक प्रदेश (तिब्बत) से युद्ध जीतकर लौटने पर मनाए जाने वाले दिन से जुड़ा बताया जाता है।