अयोध्या। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद परिवार के साथ श्रीराम जन्मभूमि परिसर में रामलला के दर्शन किए। इसबीच उन्होंने हनुमान गढ़ी मंदिर में भी पूजा-अर्चना की। इसके बाद रामायण संगोष्ठी में विश्वास जताया कि कि अयोध्या भविष्य में सामाजिक समरसता का उत्कृष्ट उदाहरण पेश करेगी।
रविवार को परिवार के साथ अयोध्या पहुंचने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने रामलला के दर्शन के दौरान मंत्रोच्चार के मध्य पूजा अर्चना और आरती की। इसबीच उनकी मंदिर के पुजारियों के साथ संक्षिप्त बातचीत भी हुई। पुजारी ने उन्हें शॉल और मंदिर की एक प्रतिकृति भी प्रदान की। राष्ट्रपति ने इस दौरान एक पौधा भी रोपा। इसके बाद उन्होंने हनुमानगढ़ी मंदिर में अर्चना भी की। यहां उन्हें गुलाबी पगड़ी पहनाई भेंट की गई।
रामायाण संगोष्ठी के शुभारंभ पर राष्ट्रपति ने कहा कि राम के बिना अयोध्या की कल्पना भी नहीं हो सकती है। कहा कि अयोध्या शिक्षा और शोध का वैश्विक केंद्र भी बनेगी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे।