
Politics Of Himacha Pradesh: हिमाचल प्रदेश में ‘रिवाज’ कायम रहने पर कांग्रेस की वापसी हुई है। कांग्रेस को विधारनसभा चुनाव में 40 सीटें तो सत्तारूढ़ बीजेपी को 25 सीटें मिली। आप का खाता नहीं खुला। 3 सीटें निर्दलीयों ने जीती हैं। अब कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के लिए रस्साकसी का दौर शुरू हो चुका है। हाईकमान की तरफ से हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा शिमला पहुंच कर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मिलकर उन्हें विधायकों की लिस्ट सोंप चुके हैं।
उधर, मुख्यमंत्री पद की प्रबल दावेदारों में पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह, चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुकेश अग्निहोत्री का नाम चर्चाओं में आगे है। प्रतिभा सिंह ने इशारों में सीएम पद की दावेदारी भी पेश की है। कहा कि यहां कोई गुटबाजी नहीं, हर कोई हमारे साथ है। कहा कि उन्हे कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता है।

वहीं, विक्रमादित्य ने कहा कि अभी कई नामों पर चर्चा हो रही है। कौन सीएम बनेगा यह निर्णय विधायकों पर छोड़ देना चाहिए। यह उनका विशेषाधिकार है। जनता ने अपना फैसला सुना दिया है और अब यह विधायकों को तय करना है कि वे किसे अपना नेता चाहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कांग्रेस के तीनों पर्यवेक्षक प्रतिभा सिंह के साथ एक बैठक कर चुके हैं। इसके बाद वह शाम छह बजे विधायक दल की बैठक लेंगे। यह बैठक पहले 3 बजे होनी थी। विधायक दल की बैठक में सीएम के नामों पर चर्चा होनी है। इसके बाद विधायकों की राय और तमाम राजनीतिक समीकरणों की रिपोर्ट कांग्रेस हाईकमान को भेजी जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि सीएम चुनने में अभी कुछ वक्त लग सकता है।