Uttarakhand Rajya Sabha Election 2022: देश के 15 राज्यों में खाली हो रही राज्यसभा की 57 सीटों के लिए इलेक्शन कमीशन ने चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। 10 जून को राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होना है। इनमें एक सीट उत्तराखंड की भी शामिल है। उत्तराखंड में भाजपा के पास अच्छे बहुमत के चलते कांग्रेस से यह सीट छिननी तय मानी जा रही है। मगर, सियासी हलके में चर्चा यह है कि बीजेपी उत्तराखंड के किसी नेता को मौका देगी या फिर अपना कार्यकाल पूरा कर रहे किसी केंद्रीय मंत्री को यहां से राज्यसभा भेजा जाएगा?
केंद्रीय चुनाव आयोग के अनुसार 10 जून को राज्यसभा की 57 सीटों के लिए मतदान किया जाएगा। इसके लिए 31 मई नामांकन की आखिरी तारीख घोषित की गई है। उत्तराखंड में 4 जुलाई को कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा का कार्यकाल पूरा होने पर सीट खाली हो रही है। जिसके लिए भाजपा पिछले महीने से ही पैनल तैयार करने की कवायद में जुट चुकी थी। पार्टी की अब तक दो बैठक हो चुकी हैं। शनिवार (कल) तीसरी बैठक होगी, जिसमें संभवतः पैनल के नामों को फाइनल कर दिया जाएगा।
उत्तराखंड की तीन राज्यसभा सीटों में भाजपा से अनिल बलूनी और नरेश बंसल राज्यसभा में हैं। जबकि कांग्रेस से प्रदीप टम्टा राज्ससभा सांसद हैं। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि शनिवार को पैनल के नाम तय करने के लिए एक बार फिर बैठक आयोजित की जा रही है। जिसमें छह नामों का पैनल तैयार कर केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजा जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्यसभा में भाजपा से वर्तमान में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला व अनिल गोयल, महामंत्री कुलदीप कुमार, महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत, पूर्व विधायक आशा नौटियाल का नाम शामिल बताया जा रहा है। दो हफ्ते पहले इस पैनल के लिए संभावित नामों में पूर्व सीएम विजय बहुगुणा और स्वराज विद्वान का नाम भी चर्चाओं में था।
सियासी गलियारे में उपरोक्त नामों के अलावा एक नई चर्चा शामिल हो गई है कि इसबार भाजपा उत्तराखंड से राज्यसभा में राज्य के किसी नेता की बजाए किसी केंद्रीय मंत्री को भी भेज सकती है। पूर्व में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता उत्तराखंड से राज्यसभा जाते रहे हैं। लिहाजा, इसका खुलासा भी अगले कुछ दिन में हो जाएगा।