भूकंप की सूचना पर एक्शन में आए राहत व बचाव दल
पौड़ी और श्रीनगर में एकसाथ किया गया मॉक ड्रिल का अभ्यास

पौड़ी। शनिवार को पौड़ी और श्रीनगर में भूकंप जैसी आपदा से निपटने की तैयारियों के व्यापक मूल्यांकन करने के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की गई। मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने इस अभ्यास की स्वयं मॉनिटरिंग की। जिलास्तर पर कलेक्ट्रेट स्थित नियंत्रण कक्ष से जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने पूरे अभियान की निगरानी की और लगातार विभागों से अपडेट लेते हुए राहत कार्यों के समन्वय का आकलन किया।
सुबह 9ः56 बजे श्रीनगर के एनआईटी मैदान स्थित स्टेजिंग एरिया को स्वीत गांव में भूकंप आने और संभावित जनहानि की सूचना दी गई, जिसके बाद संबंधित टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। इसी दौरान 10ः18 बजे पौड़ी स्थित न्यू बस अड्डा स्टेजिंग एरिया को मैसमोर इंटर कॉलेज की इमारत ध्वस्त होने और छात्र फंसे होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, फायर सर्विस, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें सक्रिय हुईं।
पौड़ी के मैसमोर इंटर कॉलेज में आयोजित मॉक ड्रिल में 80 छात्र-छात्राएं मौजूद थे, जिनमें काल्पनिक स्थिति में 8 विद्यार्थी घायल दिखाए गए। दो छात्रों को जिला अस्पताल भेजा गया, जबकि एक गंभीर छात्र को हेली सेवा से ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया। राहत कार्य के दौरान टेका मार्ग पर 33 केवी लाइन क्षतिग्रस्त होने से पौड़ी-सतपुली की बिजली बाधित हुई, जिसे बाद में श्रीनगर लाइन से बहाल किया गया। पूरे अभियान की निगरानी इंसिडेंट कमांडर एवं संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी ने की।
वहीं श्रीनगर में कीर्तिनगर का पुल ध्वस्त होने की सूचना पर यातायात को वैकल्पिक मार्ग से डायवर्ट किया गया। श्रीकोट स्थित विशाल मेगा मार्ट में लिफ्ट बंद होने से फंसे 20 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। स्वीत गांव में चार मकान क्षतिग्रस्त और 18 लोग घायल दिखाए गए, जिन्हें बेस अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल के आईसीयू क्षतिग्रस्त दिखाते हुए मरीजों को अन्य वार्डों में स्थानांतरित किया गया।
मॉक ड्रिल में पुलिस, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य, फायर, नगर निकाय समेत सभी विभागों ने सक्रिय सहभागिता निभाई।



