Uttarakhand: देहरादून जनपद में भारी बारिश ने मचाई तबाही
प्रभावित इलाकों में पहुंचे मुख्यमंत्री, PM मोदी व HM शाह ने ली जानकारी

Cloud burst in Sasradhara, Dehradun : जनपद देहरादून के कई हिस्सों में बारिश का कहर इस कदर बरपा की तमाम नदियों ने विकराल रूप धारण कर लिया। कई जगहों पर लोग अपनी जान बचाने के लिए बिजली के खंभों तक पर चढ़ गए। खबरों के अनुसार इस आपदा में अब तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। जबकि कई लोगों को लापता बताया जा रहा है। दिन खुलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों का रूख किया। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने भी सीएम से आपदा की स्थिति जानी, साथ ही पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया।
सोमवार को लोग अपने घरों सोये थे, कि अचानक भारी बारिश और मालदेवता इलाके में बादल फटने की घटना से तमाम नदिया उफना गई। देखते ही देखते सौंग, जाखन, टौंस आदि के आसपास के इलाकों में बाढ़ का कहर बरपने लगा। हिमाचच के पांवटा साहिब को जोड़ने वाला रास्ता टोंस नदी पुल के पास बह गया। जिसके बाद देहरादून-पांवटा राजमार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया है। वहीं, हरिद्वार-देहरादून मार्ग फन वैली के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया। यहां भी यातायात डायवर्ट किया गया है।
इसके अलावा सहस्रधारा क्षेत्र में भारी बारिश के कारण मलबा कई दुकानों और घरों में भर गया। कार्डीगाड में बादल फटने से मुख्य बाजार में तीन बड़े होटल डैमेज और कई दुकानें ध्वस्त हो गई। एसडीआरएफ और अन्य रेस्क्यू दलों ने सैकड़ों लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया।
तमसा नदी के रौद्र रूप के चलते टपकेश्वर महादेव मंदिर में पानी ओर मलबा घुस गया। रेस्क्यू दलों ने तत्काल मंदिर को खाली कराया। वहीं, सहस्रधारा क्षेत्र में आईटी पार्क के पास भी बड़ी मात्रा में मलबा आ गया। घटना की भनक लगते ही पुलिस ने लोगों को सतर्क किया और सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा। गनीमत रही कि यहा जनहानि की सूचना नहीं है।
मजदूरों के आवास पर गिरा मलबा
मसूरी के झड़ीपानी में मजदूरों के आवास पर मलबा गिरने सेएक मजदूर की मौत हो गई। जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस और स्थानीय लोगों ने घायल को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया। अन्य मजदूरों को सुरक्षित जगह भेजा गया है।
इन इलाकों भी रहे हालात खराब
देहरादून के प्रेमनगर, ठाकुरपुर, सहस्त्रधारा, मालदेवता आदि इलाकों में भी बारिश के कारण हालात खौफनाक दिखे। खबरों के अनुसार इस घटना में एनडीआरएफ की टीमों ने कई जिंदगियों को मौत के मुंह से बाहर निकाला। यहां 10 लोगों के मरने की खबर है। कई लापता बताए जा रहे हैं। ठाकुरपुर में लोग जान बचाने के लिए बिजली के खंभों में चढ़ गए। एनडीआरएफ द्वारा खंभे पर चढ़े एक व्यक्ति का वीडियो वायरल हो रहा है। वहीं, पटेलनगर क्षेत्र के परवल में आसन नदी के उफान से कई घर जलमग्न हो गए। प्रेमनगर क्षेत्र में एक ट्रैक्टर में सवार 14-15 मजदूर बह गए। जिनमें 6 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। अन्य की तलाश की जा रही है।
पौंधा में फंसे 200 छात्र-छात्राएं
देहरादून के पौंधा स्थित देवभूमि इंस्टिट्यूट परिसर में जलभराव के कारण करीब 200 छात्र फंसे गए। एसडीआरएफ ने घटनास्थल से सभी छात्र-छात्राओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
लालतप्पड़ पुल की एप्रोच रोड बही
लालतप्पड़ क्षेत्र में भी काफी नुकसान हुआ है। जाखन नदी में उफान के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग पर लालतप्पड़ में बाढ़ का पानी ओवरफ्लो होकर पुल से बहने लगा। जिसके बाद पुल का एप्रोच रोड बह गई। पुलिस ने मौके पर दोनों तरफ के ट्रैफिक को रोक दिया। वहीं, दर्जनों लोगों के घरों में भी पानी घुस गया। खेतों में कीचड़ से भर गया।
प्रभावित स्थानों पर पहुंचे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा की सूचना मिलते ही खुद प्रभावित क्षेत्रों का रूख किया। बताया कि केंद्र सरकार पूरी तरह राज्य के साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने फोन पर आपदा की जानकारी ली। हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। सीएम ने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए हैं।
पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह ने ली जानकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से देहरादून में आई आपदा की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने प्रदेश को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि केंद्र सरकार आपदा की इस घड़ी में राज्य के साथ मजबूती से खड़ी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उनके मार्गदर्शन और सहयोग से राज्य में राहत कार्य और तेज़ी से संचालित होंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासनिक मशीनरी पूरी तत्परता से सक्रिय है और बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं।